संक्रमण के तेजी से प्रसार पर राज्य मंत्रिपरिषद् ने व्यक्त की चिंता : कोविड प्रोटोकॉल की प्रभावी पालना पर दिया जोर, आंशिक पाबंदियां लगाए जाने का दिया सुझाव
जयपुर, 5 जनवरी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में कोरोना के तेजी बढ़ते संक्रमण पर चिंता व्यक्त की गई और संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने पर चर्चा की गई। राज्य मंत्रिपरिषद् ने विगत दिनों में संक्रमण की बढ़ती दर के दृष्टिगत कोविड अप्रोप्रिएट बिहेवियर की सख्ती से पालना कराने एवं विभिन्न गतिविधियों पर आंशिक पाबंदियां लगाए जाने के संबंध में सुझाव दिए।
बैठक में निर्णय किया गया कि राज्य मंत्रिपरिषद् के सदस्य अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में कोविड की स्थिति पर लगातार नजर रखेंगे और जनप्रतिनिधियों एवं अन्य माध्यमों से मिले फीडबैक के आधार पर कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की दिशा में सकारात्मक प्रयास करेंगे। सभी सदस्य आमजन को जागरूक करने के लिए भी जनभागीदारी के साथ समुचित प्रयास करेंगे।
बैठक में बताया गया कि विश्व के कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमण की दर तेजी से बढ़ रही है, जो चिंता का विषय है। इस वायरस की प्रकृति को लेकर विशेषज्ञ लगतार चेतावनी दे रहे हैं। इससे संक्रमित व्यक्ति एक साथ 20 से 25 व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है। ऎसे में, सभी को मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। राज्य मंत्रिपरिषद् ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन्स की पालना सख्ती से हो।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की पहली एवं दूसरी लहर में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, एनजीओ एवं आमजन के सहयोग से कोविड का बेहतरीन प्रबंधन किया था। कोरोना प्रबंधन को लेकर आगे भी संसाधनों की कोई कमी नहीं रहेगी। उन्होंने 31 जनवरी तक शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करने, टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने एवं कोरोना प्रोटोकॉल की प्रभावी पालना पर जोर दिया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादीलाल मीणा ने बताया कि प्रदेश में कोरोना जांच की संख्या बढ़ाकर प्रतिदिन 55 हजार से अधिक कर दी गई है। साथ ही, समस्त सीएमएचओ एवं अन्य अधिकारियों को जरूरत के अनुसार इसे और बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
गृह राज्यमंत्री श्री राजेन्द्र सिंह यादव ने आमजन में जागरूकता बढ़ाने एवं कोविड प्रोटोकॉल की पालना सही ढंग से कराने पर जोर दिया। उन्होंने तहसील स्तर तक पुलिस का फ्लैगमार्च करने का सुझाव दिया, ताकि लोग महामारी की गंभीरता के बारे में जागरूक हो सकें। आयुष राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि प्रदेश के सभी यूनानी एवं होम्योपैथी चिकित्सा केंद्रों पर कोविड से संबंधित दवाइयों का निशुल्क वितरण किया जा रहा है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री अभय कुमार ने कोरोना के संबंध में जारी की गई गाइडलाइन्स के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर कोविड टीमों द्वारा यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जा रहा है।
पुलिस महानिदेशक श्री एमएल लाठर ने बताया कि प्रदेश में 36 जगहों पर चैक पोस्ट बनाई गई हैं एवं 1534 एंटी-कोविड टीमें लगाई गई हैं। कोविड गाइडलाइन्स की पालना के बारे में जागरूकता के लिए बुधवार एवं गुरूवार को सभी जिला मुख्यालयों पर पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है।
प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा श्री वैभव गालरिया ने बताया कि अमेरिका में 3 जनवरी को पॉजिटिव केसेज की संख्या 10 लाख 82 हजार के करीब पहुंच गई। इसी तरह यूके, फ्रांस, रूस एवं जर्मनी जैसे देशों में भी पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उन्हाेंने बताया कि 4 जनवरी तक प्रदेश में 8 करोड़ 26 लाख कोविड-19 वैक्सीन डोज लगाए गए हैं। इनमें से 4 करोड़ 70 लाख पहली एवं 3 करोड़ 56 लाख दूसरी डोज शामिल हैं। स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स एवं 60 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर रोग ग्रस्त व्यक्तियों को वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज 10 जनवरी से शुरू की जाएंगी।
सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट में संक्रमण की दर काफी अधिक है, लेकिन इसमें संक्रमित मरीजों की मृत्युदर नगण्य है। उन्होंने सर्दी-जुकाम वाले मरीजों को समय पर चिन्हित कर उन्हें आइसोलेट करने एवं उनका कोविड टेस्ट तुरंत कराने तथा मास्क पहनने एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर पर जोर दिया। डॉ. वीरेंद्र सिंह सहित अन्य चिकित्सा विशेषज्ञों ने भी सुझाव दिए।
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