कोरोना काल में राजस्व घटने के बावजूद प्रदेश के चिकित्सकीय ढांचे को किया जा रहा मजबूत - चिकित्सा मंत्री
जयपुर, 8 सितंबर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश सरकार का राजस्व घटा है लेकिन राज्य सरकार ने विपरीत परिस्थतियों में भी चिकित्सकीय सुविधाओं के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि राजधानी जयपुर से लेकर प्रदेश के दूर-दराज के गांवों तक कोरोना की संभावित तीसरी लहर व अन्य बीमारियों का सामना करने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है।
डॉ. शर्मा ने बुधवार को सवाई मानसिंह चिकित्सालय के न्यूरोलॉजी विभाग में नवनिर्मित कॉम्परिहेंसिव स्ट्रोक केयर सेंटर (स्ट्रोक आईसीयू) के शुभारंभ के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने बताया कि 22 बैड के आईसीयू में न्यूरो संबंधित मरीजों का परीक्षण व उपचार आधुनिक तकनीक से किया जाएगा। करीब 2.5 करोड़ की लागत से बने इस आईसीयू में एक्यूट इस्केमिक स्ट्रोक आने के 24 घंटे के भीतर आने वाले मरीजो को भर्ती का उपचार प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 4 घंटे के भीतर आने वाले मरीजों केे दिमाग में खून के थक्के को गलाने के लिए थ्रोमबोलोसिस ट्रीटमेंट से उपचार मिल सकेगा। साथ ही लकवे के मरीजों के लिए भी यहां ट्रांसक्रेनिएल डोपलर व कार्टाएड डोपलर मशीन के जरिए जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
ऑक्सीजन के क्षेत्र में प्रदेश बनेगा आत्मनिर्भर
डॉ.शर्मा ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर प्रदेश के 332 चयनित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को आधुनिक सुविधाओं से विकसित किया जा रहा है। इनमें 3 से 5 बैड का आईसीयू भी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए अलग-अलग क्षमताओं के करीब 400 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं और लगभग 50 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की भी व्यवस्था की जा रही है। इनसे लगभग 1 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।
80 हजार से अधिक स्वास्थ्य मित्रों को दिया प्रशिक्षण
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रदेश के सभी शिशु चिकित्सालयों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यहां संचालित नीकू, पीकू, एसएनसीयू यूनिट्स में बैड्स की संख्या बढ़ाने के साथ केन्द्रीकृत ऑक्सीजन पाइपलाइन की भी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए 42 हजार राजस्व ग्रामों से 80 हजार से अधिक स्वास्थ्य मित्रों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। ये स्वास्थ्य मित्र आमजन को चिकित्सा सेवाओं के प्रति जागरुक करेंगे।
मुख्यमंत्री के सपने को करेंगे साकार
डॉ. शर्मा ने कहा कि राजस्थान को निरोगी बनाने के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने निरोगी राजस्थान अभियान की शुरुआत की थी। इसे पूरा करने के लिए हम निरंतर प्रयासरत है। प्रत्येक व्यक्ति के लिए स्वास्थ्य बीमा, निःशुल्क दवा व जांच योजना जैसी सुविधाओं से सभी को लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निरोगी रहने के आवश्यक है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहे और नियमित हैल्थ चैक अप कराएं।
स्ट्रोक यूनिट आईसीयू के शुभारंभ के अवसर पर प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय श्री सुधीर भंडारी, चिकित्सा अधीक्षक सवाई मानसिंह चिकित्सालय श्री विनय मल्होत्रा, डॉ.त्रिलोचन श्रीवास्तव, डा. अरविंद व्यास, डॉ. भावना शर्मा, डॉ. आर.एस.जैन एवं अन्य विभागों के विभागाध्यक्ष एवं चिकित्सक उपस्थित थे।
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