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प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अब 21 लाख से अधिक परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की सुविधा


- राज्य के 666 गांवों और 69 ग्राम पंचायतों में सभी परिवारों को ‘हर घर नल कनैक्शन‘ की सौगात

- 467 गांवों में 90 प्रतिशत से अधिक घरों का कवरेज पूरा

जयपुर, 15 सितम्बर। प्रदेश के सभी ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की सुविधा मुहैया कराने की दिशा में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा योजनाबद्ध तरीके से सघन प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में ‘हर घर नल कनेक्शन‘ के माध्यम से पेयजल आपूर्ति वाले ग्रामीण परिवारों की संख्या अब 21 लाख के पार पहुंच गई है।

यह जानकारी देते हुए जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बताया कि प्रदेश में मरुस्थल, एक गांव से दूसरे गांव व ढाणियों के बीच की भौगोलिक दूरियां, छितराई हुई आबादी, भूजल की कमी और क्वालिटी की समस्या जैसी अति विषम परिस्थितियों के बावजूद राज्य सरकार जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन‘ देने के लिए प्रतिबद्ध है।

जेजेएम में वर्तमान राज्य सरकार द्वारा सवा नौ लाख से अधिक ‘हर घर नल कनेक्शन‘

डॉ. कल्ला ने बताया कि जेजेएम की शुरुआत से पहले राज्य में 11 लाख 74 हजार 131 ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की सुविधा मिल रही थी। वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल में अगस्त 2019 में जेजेएम की शुरुआत के बाद से अब तक 9 लाख 26 हजार 858 ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की सौगात दी जा चुकी है। इस प्रकार गत दिवस (मंगलवार, 14 सितम्बर 2021) तक प्रदेश के एक करोड़ एक लाख 32 हजार 274 परिवारों में से 21 लाख 989 परिवारों को घर बैठे नल के माध्यम से पेयजल आपूर्ति से जोड़ दिया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में 666 गांवों और 69 ग्राम पंचायतों के सभी परिवारों तथा 467 अन्य गांवों में 90 प्रतिशत या उससे अधिक परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है।

27 हजार 597 गांवों में 70 लाख ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की स्वीकृतियां

जलदाय मंत्री ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में 30 लाख परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की सुविधा से जोड़ने के लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें रेग्यूलर विंग के तहत 18 लाख और मेजर प्रोजेक्ट्स में 12 लाख ‘हर घर नल कनेक्शन‘ का लक्ष्य शामिल है। उन्होंने बताया कि गत फरवरी माह से प्रदेश में राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति (एसएलएसएससी) की 8 बैठकों आयोजित की गई है। अब तक 102 वृहद पेयजल परियोजनाओं और 7773 मल्टी एवं सिंगल विलेज परियोजनाओं सहित कुल 7875 ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है। इन योजनाओं से प्रदेश के 27 हजार 597 गांवों में 70 लाख 24 हजार 541 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की स्वीकृतियां उपलब्ध है।

तकनीकी स्वीकृतियां और निविदाओं के कार्य में आई गति 

डॉ. कल्ला ने बताया जेजेएम में अब तक स्वीकृत ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं की तुलना में तकनीकी स्वीकृतियां, निविदाएं और कार्यादेश जारी करने के का कार्य भी वृहद पैमाने पर चल रहा है। अब तक 15 हजार 628 गांवों में 6493 ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं की तकनीकी स्वीकृतियां (39 लाख 61 हजार 908 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ के लिए) तथा 14 हजार 687 गांवों में 6149 स्कीम्स (37 लाख 33 हजार 94 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ के लिए) की निविदाएं जारी करने का कार्य पूरा कर लिया गया है। रेग्यूलर विंग में 10548 गांवों की तकनीकी स्वीकृतियां (26 लाख 31 हजार 705 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ के लिए) तथा 10 हजार 113 निविदाएं (26 लाख 99 हजार 620 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ के लिए) जारी की जा चुकी है। इसी कड़ी में 3185 गांवों में 9 लाख 2 हजार 430 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ के लिए कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं, वर्तमान में 2285 गांवों में 6 लाख 61 हजार 763 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ देने का कार्य मौके पर चल रहा है। वहीं वृहद पेयजल परियोजनाओं के तहत 5080 गांवों की तकनीकी स्वीकृतियां (11 लाख 30 हजार 203 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ के लिए) तथा 4574 निविदाएं (10 लाख 33 हजार 474 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ के लिए) जारी की जा चुकी है। इसी क्रम में 1178 गांवों में 2 लाख 17 हजार 33 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ के लिए कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं, वर्तमान में 677 गांवों में एक लाख 41 हजार 479 ‘हर घर नल कनेक्शन‘ देने का कार्य मौके पर चल रहा है।

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