चिकित्सा के क्षेत्र में कोटा को मिली 16.53 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात, चिकित्सा मंत्री एवं यूडीएच मंत्री ने किए लोकार्पण
जयपुर, 20 अगस्त। चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा और स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा जिले को चिकित्सा के क्षेत्र में नई सौगात देते हुए 16.53 करोड़ रूपये के नवीन कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज सभागार में कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा कर चल रहे विकास कार्यों का भी निरीक्षण किया।
चिकित्सा के क्षेत्र में राजस्थान हुआ अग्रणी - चिकित्सा मंत्री
चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि पिछले ढाई सालों में चिकित्सा के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करते हुए राजस्थान देश में अग्रणी पंक्ति में शामिल हुआ है। आधारभूत सुविधाओं में वृद्धि करने के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिकित्सा सुविधाऎं सुदृढ़ की गई है। उन्होेंने कहा कि कोरोना की महामारी से सीख लेते हुए जांच सुविधा में बढ़ोत्तरी की गई है। दवाओं की उपलब्धता के साथ ही भविष्य में संभावित तीसरी लहर को देखते हुए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापना में भी ऎतिहासिक कार्य किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज 70 स्थानों पर 1 लाख 75 हजार आरटीपीसीआर जांच की क्षमता विकसित की जा चुकी है। कोरोना की रिकवरी दर में देश में अग्रणी स्थान पर है, मृत्यु दर सबसे कम है। उन्होंने कहा कि मेडिकल ऑक्सीजन के क्षेत्र में राजस्थान आत्मनिर्भर बनने जा रहा है। 400 स्थानों पर ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है। 50 हजार ऑक्सीजन कंसनट्रेटर की खरीद भी की गई है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कोटा में चिकित्सा के क्षेत्र में पिछले ढाई सालों में 350 करोड़ की राशि के नवीन कार्य कराये गये है, 50 करोड़ रूपये की लागत से कुन्हाड़ी में नवीन जिला चिकित्सालय का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
डॉ.शर्मा ने कहा कि कोटा में शिशु मृत्यु दर के मामलों में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के कारण कमी आई है। 2014 में मृत्युदर 7.62 प्रतिशत थी जो 2020 में 6.84 प्रतिशत रही है तथा नवजात शिशु मृत्युदर 19 प्रतिशत से घटकर 17.63 प्रतिशत रह गई है। संभावित तीसरी लहर की तैयारियों के लिए सभी अस्पतालों में आधारभूत सुविधाओं व उपकरणों की उपलब्धता के साथ स्टाफ की नियुक्ति की भी प्राथमिकता से की गई है।
इलाज के लिए लोगों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा - यूडीएच मंत्री
स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में कोटा प्रदेश में आधुनिक सुविधाओं युक्त शहर की ओर बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राजस्थान में हर जिले में चिकित्सा महाविद्यालय खोलने के साथ ही सब सेंटर तक को मजबूत किया जा रहा है जिससे लोगों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। उन्होंने कहा कि कोटा में अब एसएमएस अस्पताल जयपुर के समान चिकित्सा सुविधाऎं मिलने लगेंगी। इससे सम्पूर्ण हाड़ौती सहित मध्यप्रदेश राज्य से आने वाले रोगियों को भी सीधा लाभ मिलेगा।
इन कार्यों का लोकार्पण
मेडिकल कॉलेज में 525 लाख रूपये की लागत की नवनिर्मित एमडीआरयू लेब का लोकार्पण किया इस पर 47.44 लाख रूपये एक वर्ष के संचालन पर व्यय होंगे। 99.75 लाख रूपये लागत की 3 जीवन रक्षक उपकरण युक्त एम्बूलेंस विथ नेगेटिव प्रेशर को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ही 800 लाख की लागत से मुख्यमंत्री की बजट घोषणा में नवनिर्मित किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट का लोकार्पण किया। सुपर स्पेश्यलिटी चिकित्सालय में 115.94 लाख की लागत से निर्मित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का लोकार्पण कर पौधारोपण भी किया।
जेके लोन अस्पताल में 65 लाख रूपये की लागत से नवस्थापित 4-डी कलर डॉप्लर सोनोग्राफी मशीन का फीता काटकर लोकार्पण किया। इससे गर्भ में पल रहे शिशु की विशेष रूप से जन्मजात अंगों की कुरूपता की जांच की जा सकेगी। महिलाओं एवं शिशु से संबंधित रोगों के निदान में सुविधा होगी। इससे मांसपेशियों एवं जोड़ों की सोनोग्राफी भी कराई जा सकेगी।
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