मुख्यमंत्री का महत्वपूर्ण निर्णय : ट्रांसजेंडर उत्थान कोष के लिए 8.98 करोड़ रूपए स्वीकृत
जयपुर, 27 जुलाई। राज्य सरकार ने ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों के संरक्षण के प्रति संवेदनशील निर्णय लेते हुए इस समुदाय के समावेशी विकास के लिए एक कार्ययोजना तैयार की है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा प्रस्तावित इस कार्ययोजना के प्रारूप का अनुमोदन कर दिया है।
उन्होंने कार्ययोजना के क्रियान्वयन के लिए लगभग 8.98 करोड़ रूपये के अतिरिक्त बजट प्रावधान को भी स्वीकृति दी है।
श्री गहलोत ने राज्य बजट वर्ष 2021-22 में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए 10 करोड़ रूपए की राशि से उत्थान कोष बनाने की घोषणा की थी। इस क्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रस्ताव पर राज्य के पुलिस महानिदेशक कार्यालय में ट्रांसजेंडर सुरक्षा प्रकोष्ठ (सेल) गठित किया जाना प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने इसके प्रस्ताव का पूर्व में ही अनुमोदन कर दिया है।
प्रस्ताव के अनुसार, ट्रांसजेंडरों के अधिकारों की सुरक्षा अधिनियम-2019 के तहत गठित इस सेल का मुख्य कार्य ट्रांसजेंडर (ऊभयलिंगी) व्यक्तियों के अधिकारों का संरक्षण एवं उनको सुरक्षा प्रदान करने के अलावा राज्य स्तरीय ट्रांसजेंडर न्याय बोर्ड और जिला ट्रांसजेंडर न्याय समितियों के बीच समन्वय करना होगा। यह प्रकोष्ठ ट्रांसजेंडर के विरूद्ध अपराधों की रोकथाम, निगरानी तथा इससे जुड़े मामलों को समय पर पंजीकृत कर जांच और अभियोजन सुनिश्चित करने का काम करेगा।
ट्रांसजेंडर उत्थान कोष के गठन का श्री गहलोत का निर्णय इस समुदाय के सशक्तीकरण की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा।
what is reservation system for transgender in government services
ReplyDeleteIS THERE ANY SCHEMES FOR THE WELFARE OF TRANSGENDER IN GOVT
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