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कोविड की तीसरी वेव से बचाव के लिए खरीदे 30 हजार 700 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स


जयपुर, 6 जुलाई। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कारपोरेशन लिमिटेड के माध्यम से कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से बचाव के दृष्टिगत 30 हजार 700 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की खरीद की गई है। इनमें से 90 प्रतिशत ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की आपूर्ति प्राप्त हो चुकी है। राज्य सरकार के आदेश अनुसार योजनापूर्वक संभावित तृतीय वेव की तैयारी हेतु संपूर्ण राज्य में सीएचसी एवं पीएचसी स्तर पर भेजा जा रहा है।

राज्य में कोविड-19 संक्रमण की द्वितीय लहर के दौरान 15 अप्रेल से 15 मई के मध्य एक समय करीब 2 लाख 15 हजार एक्टिव केसेज थे। राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 की द्वितीय लहर के दौरान मेडिकल ऑक्सीजन की अत्यधिक मांग की पूर्ति, मानव जीवन की रक्षा तथा संभावित तीसरी वेव को देखते हुए आक्सीजन कंसंट्रेटर्स खरीदे गए। आरएमएससीएल द्वारा उपापन नियमों की पालना करते हुए एवं पारदर्शी तरीके से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खरीद की गई।

राज्य सरकार द्वारा उचित कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता के ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स की खरीद सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव, खान एवं पेट्रोलियम की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया।

आरएमएससीएल द्वारा 2 मई से 11 मई के मध्य में 2 बार जारी की गई ईओआई में कुल 42 फर्मों ने अपने प्रस्ताव दिए। प्राप्त प्रस्तावों के क्रम में उपकरणों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु अन्तर्राष्ट्रीय मानक प्रमाण पत्र USFDA Certified/ CE Certificate from Notified Body धारक प्रस्तावकों के ऑनलाईन सर्टिफिकिटस् वैरिफिकेशन उपरांत प्रस्तावों पर विचार किया गया। इस प्रकार से हर कंसंट्रेटर के लिए अंतराष्ट्रीय मानकों के अनुसार गुणवत्ता सुनिश्चित करके ही खरीद की गई आपूर्ति प्राप्त किए गए उपकरणों की बायोमेडिकल इंजीनियर्स की समिति तथा डाक्टर्स की तकनीकी समिति द्वारा विभिन्न मापदण्डों पर उपकरणों की जॉच किए जाने के उपरान्त ही विभिन्न जिलों को वितरित किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त समिति एवं खुली निविदा द्वारा भी लगभग 8000 कसन्ट्रेटरों की खरीद हेतु आदेश जारी किए।

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उस समय देश में अधिकतर कंसन्ट्रेटर चीन देश से आयात किए गए जैसा की हिन्दुस्तान टाईम्स के 08 मई, 2021 के अंक में प्रकाशित समाचार से भी प्रमाणित होता है जिसके अनुसार विभिन्न भारतीय फर्मों द्वारा 60 हजार से अधिक ऑक्सीजन कॅन्सनट्रेटरों के क्रय आदेश चीनी कम्पनियों को दिये गये थे। इसके साथ ही भारत सरकार से प्राप्त ऑक्सीजन कॅन्सनट्रेटर्स में से भी 245 ऑक्सीजन कॅन्सनट्रेटर चीन निर्मित थे।

मंत्रीमण्डल आज्ञाः 65 / 2021 दिनांक 15 मई 2021 द्वारा भी इस विकट परिस्थिति में आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु एक ही समय में विभिन्न उपापन पद्धतियों से विभिन्न दरों पर क्रय करने तथा 100 प्रतिशत तक राशि अग्रिम भुगतान किये जाने का भी अनुमोदन किया गया है। वहीं भारत सरकार, वित्त विभाग (व्यय विभाग) के ऑफिस मेमोरेण्डम दिनांक 27 मार्च 2020 द्वारा भी कोविड-19 महामारी के दौरान एक ही अवधि में विभिन्न स्त्रोतों से विभिन्न पद्धतियों से एवं विभिन्न दरों पर क्रय को अनुमत किया गया है। आरएमएससीएल द्वारा भी इन समस्त आदेशों के आलोक में ही संपूर्ण खरीद की गई।

इस प्रकार से विभिन्न खरीद प्रक्रियाओं में प्राप्त प्रस्तावों पर नेगोशिएशन उपरान्त ऑक्सीजन कॅन्सनट्रेटर 5 एलपीएम के लिए दरें राशि रू. 45000 से 51700 (जीएसटी अतिरिक्त) तथा ऑक्सीजन कॅन्सनट्रेटर 10 LPM हेतु राशि रू. 79095 से 85000 (जीएसटी सहित) प्रति नग अनुमोदित की गई।

यहां यह उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के GeM Portal पर उपलब्ध सूचना अनुसार देश के विभिन्न राज्यों एवं केन्द्र सरकार के विभागों / उपक्रमों द्वारा इसी अवधि के दौरान ऑक्सीजन कॅन्सनट्रेटरों की दरें, निगम की दरों से दो गुना (लगभग 200 प्रतिशत) अधिक भी प्राप्त हुई। निगम द्वारा अनुमोदित दरें न केवल तुलनात्मक रूप से प्रतिस्पर्धी है बल्कि अन्य राज्यों तथा केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों/ उपक्रमों द्वारा जेम पोर्टल से की गई खरीद से आधे दामों तक कम है।

निगम द्वारा खरीदे गए समस्त ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की न्यूनतम 1 से 2 वर्ष की वारंटी के है एवं जिनकी मरम्मत एवं रखरखाव हेतु किसी भी प्रकार से किसी संस्था को ठेके देने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि आरएमएससीएल के अतिरिक्त बढ़ी हुई मांग की पूर्ति करने हेतु विभिन्न दानदाताओं संस्था एवं जिला स्तर पर भी एमएलए तथा एमपी लेड योजनाओं के अंतर्गत भी पृथक से आवश्यकतानुसार सीधे जिलें में खरीद की गई।

कोविड-19 के इस भीषण दौर में मांग व आपूर्ति में भारी अन्तर के समय इतने कम समय में इतनी बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने वाला राजस्थान शायद एक मात्र राज्य है। राज्य सरकार के इन्हीं प्रयासों के कारण केवल ऑक्सीजन कॅन्सनट्रेटर के माध्यम से 300 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता हासिल करने वाला संभवत राजस्थान एक मात्र राज्य है। इस कारण राज्य की तरल मेडिकल ऑक्सीजन पर निर्भरता को काफी हद तक सीमित किया गया है। इससे ग्रामीणों को निकटतम पीएचसी/ सीएचसी पर ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी तथा ऐसे मरीज जिनको लो फ्लो रेट की जरूरत थी, को इंतजार नहीं करना पड़ेगा एवं उचित समय पर उपचार संभव हो सकेगा। कोविड-19 संकट के दौरान ऑक्सीजन कॅन्सनट्रेटर्स बैंक तैयार कर आमजन को भी उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा सकेगी।

राज्य सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था के विपरीत रूप से प्रभावित होने के इस विषम दौर में भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तंत्र के सुदृढीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करते हुए कोविड-19 के प्रथम दौर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तंत्र के आधारभूत ढांचे को सुदृढ करने हेतु 1000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि व्यय की गई है तथा कोविड-19 के द्वितीय दौर में 2000 करोड़ रूपए से अधिक की राशि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तंत्र को आधारभूत ढांचे (ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट, ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर, लिक्विड ऑक्सीजन टैंक, ऑक्सीजन सिलेण्डर, केन्द्रीयकृत गैस पाईप लाईन, नवीन आईसीयू, एनआईसीयू, पीआईसीयू, ऑक्सीजन बैड सी आर सिस्टम, सीटी स्केन, जीवन रक्षक दवाइयों की खरीद, विभिन्न जांच उपकरणों की खरीद, जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का सुदृढीकरण आदि) को मजबूती देने हेतु प्रावधित की गई है। 

राज्य सरकार द्वारा उपरोक्तानुसार कार्यवाही कोविड-19 तृतीय लहर के प्रभावी प्रबंधन हेतु की जा रही है। कोई भी नहीं चाहता है कि तृतीय लहर का संकट आये, परन्तु यदि तृतीय लहर आती है तो मानव जीवन की रक्षा में उपरोक्तानुसार सुदृढ़ की गई आधारभूत संरचना उपयोगी सिद्ध होगी।



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