औषधि नियंत्रण संगठन के 29 नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण कार्यक्रम : चिकित्सा संस्थानों को सुदृढ़ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी - चिकित्सा मंत्री
जयपुर, 23 जुलाई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार माइक्रो लेवल पर काम कर रही है।
चिकित्सा मंत्री शुक्रवार को औषधि नियंत्रण संगठन के नए भवनों के लोकार्पण कार्यक्रम को वर्चुअली सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग के औषधि नियंत्रण संगठन के प्रदेश के 25 जिलों में नवनिर्मित 29 भवनों का लोकार्पण हुआ है। उन्होंने बताया कि ‘स्ट्रैथंनिंग ऑफ ड्रग रेग्यूलेटरी सिस्टम‘ योजना के तहत विभाग ने औषधि नियंत्रण संगठन के कार्यालयों में सिविल वर्क के लिए 9.62 करोड़ रूपए खर्च कर 25 जिलों में कार्यालय भवन तैयार किए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि एनएचएम के माध्यम से करवाए गए नवीन कार्यों के तहत औषधि नियत्रंण संगठन के मुख्यालय में 10 हजार वर्गफीट, एडीसी कार्यालय सेठी कालोनी में दो हजार पांसौ वर्गफीट, एडीसी कार्यालय भरतपुर, अलवर, सीकर, झुन्झुनू, सवाईमाधोपुर, कोटा, झालावाड़, पाली, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौडगढ़, बाड़मेर, चूरू, बीकानेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ, नागौर, अजमेर, भीलवाड़ा व टोंक में 1-1 हजार वर्गफीट एवं डीसीओ ऑफिस धौलपुर, दौसा, करौली, बूंदी, प्रतापगढ, डूंगरपुर, सिरोही, जैसलमेर एवं राजसमन्द में 500-500 वर्गफीट निर्माण कार्य करवाया गया है। साथ ही 10 वाहन और 168 लैपटॉप, कम्प्यूटर व फर्नीचर आदि भी उपलब्ध करवाए गए हैं। योजना के तहत ही राज्य की चारों औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं जयपुर, जोधपुर, बीकानेर व उदयपुर को उपकरण उपलब्ध करवाने की कार्यवाही भी प्रक्रियाधीन है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि नवीन भवनों से अधिकारियों को कार्य के अनुकूल वातावरण मिलेगा, जिससे कार्मिक नए जोश और उत्साह के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि औषधि नियंत्रण संगठन से जुड़े अधिकारियों का दायित्व है कि वे राजस्थान औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के प्रावधानों के तहत आमजन को गुणवत्तायुक्त औषधियों, मेडिकल डिवाइसेस व कॉस्मेटिक आदि उचित कीमत पर उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें।
डॉ. शर्मा ने कहा कि औषधि नियंत्रक संगठन ने कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन व दवाइयों के प्रबंधन में प्रशंसनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि औषधि नियंत्रक संगठन की ओर से नए भवनों की मांग लंबे समय से प्रस्तावित थी। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए प्रदेश सरकार की ओर से केन्द्र सरकार राज्य में औषधि नियंत्रक, सहायक औषधि नियंत्रक एवं औषधि नियंत्रण अधिकारी के भी विभिन्न पद स्वीकृत किए हैं।
इस अवसर पर चिकित्सा सचिव डॉ. सिद्धार्थ महाजन, औषध नियंत्रक श्री राजाराम शर्मा, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. केके शर्मा, मुख्य अभियंता श्री वीके मीणा एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त निदेशक (जनसंपर्क) श्री गोविंद पारीक ने किया।
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