प्रदेश में 111 पशु चिकित्सा उप केंद्र पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत
जयपुर, 22 जुलाई। राज्य सरकार ने प्रदेश में 111 पशु चिकित्सा उप केंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत करने की मंजूरी दी है।
पशुपालन मंत्री श्री लालचन्द कटारिया ने बताया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा की अनुपालना में विभिन्न जिलों में 111 पशु चिकित्सा उप केंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत करने की स्वीकृति जारी की गई है। उन्होंने बताया कि इन केंद्रों के क्रमोन्नत होने से यहां पशुपालकों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं एवं विभागीय योजनाओं का त्वरित लाभ मिल सकेगा। पशु चिकित्सालयों में पशु चिकित्सा अधिकारी की सेवाएं मिल सकेगी। साथ ही यहां पशु शल्य चिकित्सा सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी।
पशुपालन विभाग की शासन सचिव डॉ. आरुषि मलिक ने जिलावार क्रमोन्नत पशु चिकित्सालयों की जानकारी देते हुए बताया कि सीकर जिले में 9, जयपुर में 8, भरतपुर में 7, अलवर एवं नागौर में 6-6 तथा अजमेर, दौसा, झुंझुनूं एवं टोंक में 5-5 उप केंद्रों को क्रमोन्नत किया गया है। इसी प्रकार बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर एवं करौली में 4-4, बांसवाड़ा, बारां, चूरू, धौलपुर, डूंगरपुर, गंगानगर, हनुमानगढ़, कोटा, सवाई माधोपुर एवं पाली में 3-3, भीलवाड़ा, जैसलमेर एवं राजसमंद में 2-2 तथा जालौर, सिरोही, प्रतापगढ़ एवं उदयपुर में 1-1 उप केंद्र को क्रमोन्नत किया गया है।
जयपुर जिले में यह उप केंद्र हुए क्रमोन्नत
डॉ. मलिक ने बताया कि जयपुर जिले में बनार (कोटपूतली), बासना (जमवारामगढ़), तालवा (विराटनगर), जैतपुरा (चौमूं), तामड़िया (चाकसू), झर (बस्सी), जाहोता (जालसू) एवं भैंसावा (सांभर लेक) उप केंद्रों को क्रमोन्नत किया गया है।
143 नवीन पशु चिकित्सा उप केंद्र खुलेंगे
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार पशु चिकित्सा सेवाओं के विस्तार के लिए सतत प्रयासरत है। गत दिनों 143 नवीन पशु चिकित्सा उप केंद्र खोलने की स्वीकृति जारी की गई थी।
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