राजस्थान में अब पोस मशीनों से बनाये जाएंगे ई-चालान
- प्रदेश में अभी तक 9 आरटीओ के उड़नदस्तों को उपलब्ध पोस मशीनें
- अब ना उड़नदस्तों को ना ही वाहन चालकों को नकद राशि रखने की पड़ेगी जरूरत
जयपुर, 18 जून। कोरोना काल में ऑक्सीजन परिवहन की सुनियोजित व्यवस्था के बाद परिवहन विभाग अब विभागीय कार्यप्रणाली में ई-नवाचारों को गति देने में जुट गया हैं। परिवहन मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास के निर्देशन में परिवहन आयुक्त श्री महेंद्र सोनी ने शुक्रवार को बीकानेर, सीकर और भरतपुर के परिवहन उड़नदस्तों के लिए पोस मशीनों से ई-चालान से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराया। श्री सोनी ने प्रशिक्षण के साथ ही तीनों जिलों के उड़नदस्तों को 79 पोस मशीन वितरित कर ई-चालान प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
पोस मशीनों से इस तरह का फायदा
परिवहन मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि पोस मशीनों के जरिए जहां चालान प्रक्रिया पेपरलैस होगी, वहीं पर विभाग के कामकाज में पारदर्शिता भी आएगी। ऑनलाइन होने से चालान मैन्युअली भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसमें प्रत्येक चालान की नियमित जानकारी रियल टाइम में विभाग को प्राप्त होगी। इससे ना ही उड़नदस्तों को और ना ही वाहन चालकों को नकद राशि साथ रखनी पडे़गी। इस मशीन से बनाए गए चालान के क्रमांक नंबर देखकर वाहन मालिक अपने घर बैठे भी चालान राशि जमा करा सकता है। इस स्थान पर नेटवर्क नहीं मिलने पर भी चालान बन सकते हैं। मशीन के डैशबोर्ड पर सारे दिन की जानकारी मिलती हैं। मशीन में फोटो और वीडियो लेने की सुविधा भी हैं। गूगल मैप के जरिए चालान काटे गए स्थान की लोकेशन भी दिखाई देती है।
पूरे प्रदेश में इसी माह पोस मशीनें से ई-चालान
परिवहन आयुक्त श्री सोनी ने बताया कि पूरे प्रदेश में सभी परिवहन उड़नदस्तों के पास इसी माह में पोस मशीनें उपलब्ध हो जाएगी। जनवरी 2021 में जयपुर, अजमेर, अलवर, फरवरी में जोधपुर, उदयपुर, कोटा और जून में बीकानेर, भरतपुर और सीकर आरटीओ क्षेत्र के सभी उड़नदस्तों को मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। अगले सप्ताह पाली, चित्तौड़गढ़ और दौसा आरटीओ के उड़नदस्तों को मशीनें मिल जाएगी।
अभी डेबिट, क्रेडिट कार्ड से भुगतान, आगे यूपीआई भी
राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) के तकनीकी निदेशक, परिवहन विभाग श्री श्रीपाल यादव ने बताया कि पोस मषीन से बनाए गए चालान पर वाहन चालक को डेबिट, क्रेडिट कार्ड के साथ नकद राशि से भी जुर्माना जमा कराने की सुविधा मिलेगी। आगे यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) से भी कनेक्ट किया जाएगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपर परिवहन आयुक्त श्री आकाश तोमर, स्टेट बैंक आॅफ इंडिया के सहायक महाप्रबंधक श्री आर.पी. शर्मा ने भी उड़नदस्तों को संबोधित कर पोस मशीनों के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित किया।
दिसंबर में हुआ था एमओयू उल्लेखनीय है कि परिवहन मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास की अध्यक्षता में परिवहन विभाग और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बीच दिसंबर 2020 में हुए एमओयू हुआ था। उसी के तहत पोस मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं।
No comments