क्षय उन्मूलन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समुदाय आधारित सहयोग आवश्यक
जयपुर, 9 जून। शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री सिद्धार्थ महाजन की अध्यक्षता में बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा स्टेट टीबी फोरम की बैठक का आयोजन किया गया।
शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री सिद्धार्थ महाजन ने कहा कि वर्ष 2025 तक टी.बी. रोग का उन्मूलन करने हेतु सरकार द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समुदाय आधारित सहयोग आवश्यक है, जिसके द्वारा संभावित क्षय रोगियों की खोज एवं कार्यक्रम सम्मत सुविधाओं की जन-जन तक व्यापक पहुंच सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि क्षय रोगियों को समाज में उचित सम्मान एवं समान व्यवहार, कार्यक्षेत्र, सहायता आदि उपलब्ध कराने में भी समुदाय आधारित शिक्षा एवं सामाजिक सहयोग इस रोग के प्रति लोगों की धारणा को बदल सकता है एवं सामाजिक परिवर्तन उत्पन्न कर क्षय उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ. के के शर्मा ने कहा कि टीबी एक प्राचीन रोग है, जो एक दूसरे के सम्पर्क में आने से फैलता है। परिवार में एक व्यक्ति के संक्रमित होने से यह रोग परिवार के अन्य सदस्यों में फैलने का खतरा रहता है। अशिक्षा और लापरवाही, पोषण की कमी के कारण से यह रोग अधिक भयावह हो जाता है। उन्होंने कहा कि टीबी के लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और जांच कराए।
राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. विनोद कुमार गर्ग ने कहा कि विभाग द्वारा कोविड-19 निगेटिव एवं लक्षणों वाले रोगियों की टीबी रोग की जांच के साथ सभी टीबी रोगियों की एचआईवी एवं डायबिटीज की भी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में आवश्यकता है टीबी फोरम जैसे माध्यम से आमजन के विचार और अनुभव साझा कर उचित प्रबंधन किया जा सके। उन्होंने कहा कि आमजन में टीबी रोग की भ्रांतियों को दूर करने एवं जागरूकता हेतु ‘‘टीबी हारेगा, देश जीतेगा‘‘ अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में विभाग द्वारा राज्य के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर पूर्व उपचारित रोगियों को टीबी चौंपियन के रूप में चिन्हित किया जा रहा है, जो क्षय रोगियों की समस्याओं के निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। उन्होंने कहा कि टीबी चौम्पियन समुदाय में क्षय रोगियों की आवाज बनेंगे और विभाग द्वारा ‘निक्षय पोषण योजना‘ के अन्तर्गत पौष्टिक आहार हेतु दी जा रही सहायता राशि दिलाने में भी सहयोग करेंगे।
बैठक में एमडी एनएचएम श्री सुधीर कुमार शर्मा, निदेशक डॉ. के.के. शर्मा, राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ विनोद कुमार गर्ग एवं अन्य सदस्यों ने भाग लिया और इस विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। साथ ही आईएमए के अध्यक्ष डॉएम.एन. थरेजा, आईआईएचएमआर निदेशक डॉ एस डी गुप्ता, निजी चिकित्सकों, एसएमएस, ईएसआईसी, श्वसन रोग संस्थान के चिकित्सकों, टीबी रोगियों, पीएलएचआईवी रोगियों और विभागीय अधिकारियों ने राज्य में टीबी रोगियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने, उनकी समस्या, आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
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