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शिक्षा राज्य मंत्री ईलेट्स वर्ल्ड एजुकेशन लीडर ऑफ द ईयर अवार्ड से हुए सम्मानित : कोविड महामारी के दौरान राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में किये गए विभिन्न नवाचारों और उत्कृष्ठ प्रबंधन के लिए प्रदान किया गया विश्व स्तरीय सम्मान


जयपुर, 26 जून। ईलेट्स टेक्नो मीडिया एवं डिजिटल लनिर्ंग मैगजीन की ओर से वर्ल्ड एजुकेशन समिट एंड अवार्ड्स के 19वें संस्करण के वर्चुअल आयोजन में इस वर्ष का वर्ल्ड एजुकेशन लीडर ऑफ द ईयर अवार्ड राज्य के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदान किया गया है।

वर्ल्ड एजुकेशन समिट एन्ड अवार्ड्स की शुरुआत एक दशक से भी पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के करकमलों से हुई थी जिसके उपरांत समय-समय पर दुनिया भर में हुए शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले गणमान्य व्यक्तियों को यह सम्मान दिया जाता रहा है।

वर्ल्ड एजुकेशन समिट एवं अवार्ड्स का आयोजन भारत के अलावा संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, दुबई, बहरीन, सिंगापुर, बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया एवं अन्य देशों में किया जा चुका है और कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री, भारत के राज्यों के मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री एवं अन्य प्रख्यात शिक्षाविदों को वर्ल्ड एजुकेशन समिट एन्ड अवार्ड्स के विभिन्न संस्करणों में सम्मानित किया जा चुका है।

इलेट्स टेक्नो मीडिया के ग्रुप हेड - गवर्नमेंट एंड एजुकेशन डिवीजन श्री कार्तिक शर्मा ने शनिवार को शिक्षा राज्य मंत्री श्री गोविंद सिंह डोटासरा को अवार्ड ट्रॉफी भेंट कर सम्मानित किया।

राजस्थान स्कूली शिक्षा में लगातार हो रहे हैं नवाचार

गत वर्ष सभी स्कूलों के बंद हो जाने के बाद स्माइल प्रोजेक्ट के माध्यम से व्हाट्सएप ग्रुप्स के द्वारा विद्यार्थिओं को शिक्षकों से जोड़ा गया। डिजिटल पाठ्यसामग्री तथा होमवर्क बच्चों को उपलब्ध कराये गए। ई कक्षा के माध्यम से यूट्यूब पर छात्रों को सभी विषयों पर पाठ्यसामग्री के वीडियो उपलब्ध कराये गए। रुचिकर गतिविधिओं के माध्यम से छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए हवामहल कार्यक्रम के रूप में एक डिजिटल नवाचार लाया गया।

राज्य के विद्यार्थी वर्ग का एक बड़ा हिस्सा इंटरनेट की सुविधा से वंचित है उन विद्यार्थियों की शिक्षा सुचारु रूप से जारी रखने के लिए ‘आओ घर में सीखें‘ अभियान चलाया गया जिसके तहत शिक्षकों ने कोविड गाइडलाइंस का ध्यान रखते हुए घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाया। साथ ही वर्कबुक और वर्कशीट्स के माध्यम से भी अध्यापन का कार्य जारी रखा गया जिसकी प्रशंसा केंद्र सरकार द्वारा भी की गयी हैं। दूरदर्शन तथा रेडियो के माध्यम से भी बच्चों के शिक्षण का कार्य लगातार किया जा रहा है।

विभाग के निरंतर परिश्रम का ही परिणाम है कि हाल ही में स्कूल एजुकेशन के लिए जारी परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स में राज्य की ए प्लस रैंक आयी है। कोविड महामारी के दौरान डिजिटल शिक्षा में की गयी अप्रत्याशित प्रगति का लाभ भविष्य में भी लिया जाएगा। राज्य की हजारों आईसीटी लैब्स में ई कक्षा का कंटेंट उपलब्ध कराया जायेगा और कम्प्यूटर कैडर की भर्ती से सुचारु रूप से ये कंटेंट विद्यार्थियों तक पहुँचाया जा सकेगा।

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