राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस : सांख्यिकी के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को पुरस्कार, गुड गवर्नेंस के लिए सांख्यिकी बहुत महत्वपूर्ण - मुख्य सचिव
जयपुर, 29 जून। मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने 15 वें सांख्यिकी दिवस के अवसर पर कहा कि जैसे जीवन के लिए ऑक्सीजन जरूरी है, उसी तरह किसी भी योजना की सफलता के लिए भी डेटा एनालिसिस महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विकास और गुड़ गवर्नेंस सांख्यिकी के बिना संभव नहीं है।
श्री आर्य मंगलवार को विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय ऑनलाइन कार्यशाला को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे थे उन्होंने सांख्यिकी की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि आंकड़ों के आधार पर योजनाओं का निर्माण किया जाता है और इन्हीं आंकडों के आधार पर उसकी दिशा तय की जाती है। उन्होंने कहा कि सांख्यिकी के क्षेत्र में रोज नई-नई तकनीक तथा आयाम आ रहे हैं जिनका उपयोग करके योजनाओं को बेहतर तरीके से निरूपित किया जा सकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों कर्मचारियों को सांख्यिकी दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि आंकड़ों का विश्लेषण हर योजना के लिए बहुत जरूरी है तथा पर्दे के पीछे काम करने वाले सांख्यिकी अधिकारी इसे अच्छे तरीके से निभा रहे हैं। श्री आर्य ने कहा कि सांख्यिकी अधिकारियों से अपेक्षा है कि वे इस काम की महत्ता को समझते हुए राज्य के विकास रूपी पथ को आगे बढ़ाने में सहयोग करेंगे।
इस अवसर पर सचिव, सांख्यिकी विभाग श्री नवीन जैन ने कहा कि सांख्यिकी अधिकारियों का काम न केवल डेटा को इकट्ठा करना है बल्कि डेटा में हुए बदलाव का विश्लेषण करना भी है। उन्होंने कहा कि की इस क्षेत्र में सभी लोगों को अपनी नॉलेज को अपडेट करना चाहिए तथा समय अनुसार उसमें बदलाव करते रहना चाहिए । उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स सांख्यिकी का नया भविष्य है।
कार्यशाला में इस वर्ष की थीम ‘‘अचिविंग एसडीजी-2 चौलेंज एंड वे फारवर्ड ऑफ कोविड 19 पनेडेमिक’’ पर युनिसेफ, दिल्ली के श्री केडी मेति, आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. डी के मंगल तथा वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की एसडीजी प्रबंधक सुश्री पी. पैठांकर जैसे विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतीकरण दिये गए। विभाग के निदेशक डॉ. ओम प्रकाश बैरवा ने राज्य में सांख्यिकी प्रणाली पर प्रस्तुतीकरण दिया।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव द्वारा जन आधार योजना का पोस्टर विमोचन, पहचान पोर्टल पर आमजन को पुराने प्रमाण पत्रों के डिजिटलीकरण की सेवा का लोकार्पण एवं विभाग के महत्वपूर्ण वार्षिक प्रकाशन ‘‘स्टेटिस्टिकल ईयर बुक 2020’’ तथा ‘‘स्टेटिस्टिकल सिस्टम इन राजस्थान’’ भी आमजन के उपयोग के लिए जारी किए गए।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव ने सांख्यिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कार्मिकों को राज्य स्तरीय प्रो. पीसी महालनोबिस अवार्ड वर्ष 2020-21 प्रदान किया। विभिन्न जिलों में संबंधित कलेक्टर द्वारा कार्मिकों को ये अवार्ड प्रदान किए गए। राज्य भर से कुल 14 अधिकारियों कर्मचारियों को पुरस्कार प्रदान किये गए। इस वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यालय के सभी अधिकारी, विषय विशेषज्ञ तथा ब्लॉक स्तर के सांख्यिकी कार्मिक वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मौजूद थे।
Post Comment
No comments