ऑयल इंडिया बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर में तेल-गैस की खोज करेगी, राज्य सरकार द्वारा दो ब्लॉकों के पीईएल जारी - एसीएस, माईन्स एवं पेट्रोलियम
जयपुर, 17 जून। राज्य के बीकानेर-जोधपुर व बीकानेर-जैसलमेर क्षेत्र में करीब 3339 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में ऑयल इंडिया द्वारा खनिज तेल और प्राकृतिक गैस की खोज की जाएगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइन्स एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए ऑयल इंडिया कंपनी को जैसलमेर एवं बीकानेर नागौर बेसिन में 3 प्लस एक चार साल के लिए दो ब्लॉक आवंटित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि क्रूड ऑयल व प्राकृतिक गैस खोज के यह दोनों लाइसेंस केन्द्र सरकार के पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय की अनुशंषा पर जारी किए गए हैं।
एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने ऑयल इण्डिया को बीकानेर-जोधपुर में 1520.08 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में आरजे ओएनएचपी 2019/2 ब्लॉक क्रूड ऑयल एवं प्राकृतिक गैस की खोज के लिए आवंटित किया है वहीं बीकानेर-जैसलमेर क्षेत्र में 1819.48 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में आरजे ओएनएचपी 2019/3 ब्लॉक क्रूड ऑयल व प्राकृतिक गैस की खोज के लिए आवंटित किया है। उन्होंने बताया कि दोनों ही स्थानों पर ऑयल इण्डिया द्वारा प्राकृतिक गैस व कू्रड ऑयल की खोज की जाएगी।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि ऑयल इंडिया इस क्षेत्र में खनिज तेल एवं प्राकृतिक गैस की खोज पर करीब 95 करोड़ रु. का निवेश करेगी और करीब 250 लोगों को प्रत्यक्ष व लगभग एक हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही उत्पादन आरंभ होने पर खनिज तेल के उत्पादन पर 12.5 प्रतिशत और प्राकृतिक गैस के उत्पादन पर 10 प्रतिशत की दर से प्रदेश को राजस्व प्राप्ति होगी।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य में पेट्रोलियम बेसिन करीब डेढ़ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले हए हैं। बाड़मेर-सांचोर बेसिन में बाड़मेर व अंशतः जालौर, जैसलमेर बेसिन में जैसलमेर व अंशतः बीकानेर और बीकानेर-नागौर बेसिन में बीकानेर, नागौर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ आदि का हिस्सा शामिल है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग एक लाख 20 हजार से एक लाख 22 हजार बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल का उत्पादन हो रहा हैं वहीं करीब 33 से 35 लाख घनमीटर प्राकृतिक गैस का उत्पादन हो रहा है।
डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य में क्रूड ऑयल व प्राकृतिक गैस के दोहन के लिए 13 लाइसेंस जारी किए हुए हैं जिसमें वेदांता को 2, ओएनजीसी को 9 व बीपीआरएल के पास 2 लाइसेंस जारी किए हुए है और इन पर उत्पादन कार्य हो रहा है। वहीं राज्य में पेट्रोलियम खोज के पहले से 14 लाइसेंस जारी कर खोज कार्य किया जा रहा है। इनमें वेदांता को 9, ओएनजीसी को 2 और ऑयल इंडिया को 2 लाइसेंस पहले से जारी हैं और अब ऑयल इंडिया को दो नए ब्लाकों में खोज कार्य के लिए प्रोसपेक्टिव एक्सप्लोरेशन लाइसेंस और जारी किए गए हैं।
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