प्रदेश में एक प्रतिशत से भी कम है कोरोना वैक्सीन का वेस्टेज - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर, 15 जून। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कहा है राजस्थान कोरोना वैक्सीन लगाने एवं वैक्सीन का न्यूनतम वेस्टेज कर अधिकतम उपयोग करने में देश के अग्रणी राज्यों मे शामिल है। प्रदेश में वैक्सीन का वेस्टेज 12 जून तक आंकड़ों के अनुसार मात्र 0.8 प्रतिशत है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि प्रदेश के कुछ जिलों में वैक्सीन वॉयल में मौजूद डोजेज का अधिकतम उपयोग कर माइनस में वेस्टेज दर्ज हुआ है। इनमें अजमेर में -3.6, बारां में -3.3, बाड़मेर में -2.3, भरतपुर में -0.1, बीकानेर में -3.4, बूंदी में -1.2, चित्तौड़गढ़ में -2.4, गंगानगर में -0.6, हनुमानगढ़ में -2.2, झालावाड़ में -0.1, झुंझुनूं में -2.4, जोधपुर में -1.4, नागौर में -2.7, पाली में -2.6, प्रतापगढ़ में -1.6, सवाई माधोपुर में -1.4, सीकर में -2.0 व उदयपुर में -1.4 प्रतिशत वेस्टेज हुआ है।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि अलवर में 2.0, बांसवाड़ा में 6.7, भीलवाड़ा में 0.4, चूरु में 13.5, दौसा में 1.3, धौलपुर में 3.4, डूंगरपुर में 4.7, जयपुर में 6.4, जैसलमेर में 2.8, जालौर में 1.2, करौली में 2.1, कोटा में 1.1, राजसमंद में 5.6, सिरोही में 4.3 व टोंक में 0.7 प्रतिशत वेस्टेज रिकॉर्ड किया गया है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार कोविड 19 वैक्सीन की वायल को खोले जाने के 4 घंटे के भीतर ही उपयोग में लिया जाता है। उन्होंने कहा कि जिन सत्र स्थलों पर लाभार्थियों की संख्या कम होती है लेकिन वॉयल में डोज और निर्धारित 4 घंटे की अवधि समाप्त हो गई है तो शेष डोज को डिस्कार्डेड माना जाता है। उपयोग में लेने के बाद वॉयल्स का डिस्पोजल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार ही किया जाता है।
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