जोधपुर में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े 39 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास मेडिकल ऑक्सीजन के क्षेत्र में राजस्थान को बनाएंगे आत्मनिर्भर - मुख्यमंत्री
जयपुर, 14 जून। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को मेडिकल ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने को लेकर योजनाबद्ध रूप से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन के जिस संकट का सामना पूरे देश-प्रदेश ने किया, उसे देखते हुए राज्य के जिला अस्पतालों से लेकर सीएचसी एवं पीएचसी स्तर तक के विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने, पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति व्यवस्था विकसित करने के साथ ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे आने वाले वक्त में यदि तीसरी लहर आती भी है, तो प्रदेश के राजकीय अस्पताल उससे मुकाबले के लिए पहले ही तैयार हो सकेंगे।
श्री गहलोत सोमवार को जोधपुर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं से जुडे करीब 39 करोड़ रूपये के विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास समारोह को वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने करीब 33 करोड़ रूपए की लागत के 13 कार्यों का लोकार्पण एवं 6 करोड़ रूपए की लागत के दो कार्यों का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड संक्रमण की पहली लहर तथा इसके बाद की घातक दूसरी लहर के समय राजस्थान ने जिस प्रकार का कोरोना प्रबंधन किया उसकी सराहना पूरे देश में हुई है। चाहे वह सघन कांटेक्ट ट्रेसिंग का भीलवाडा मॉडल हो, सामाजिक जागरूकता के लिए नो मास्क-नो एंट्री अभियान हो, कोई भूखा न सोए के संकल्प को साकार करने के लिए सूखे राशन तथा भोजन सामग्री के पैकेट वितरण का कार्य हो या गांव-ढाणी तक बसे 16 लाख परिवारों तक दवा किट पहुंचाने का सफल अभियान, हमने कहीं कोई कमी नहीं रखी।
श्री गहलोत ने कहा कि हमारा प्रयास है कि राज्य के सभी जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज खुलें। अब सिर्फ जालोर, राजसमंद तथा प्रतापगढ़ ही ऎसे जिले हैं, जहां राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति नहीं मिल पाई है। हमारी कोशिश रहेगी कि इन जिलों में भी सरकारी मेडिकल कॉलेज मंजूर हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर के बाद जोधपुर राजस्थान का सबसे बड़ा शहर है। लेकिन दुर्भाग्य से इसे स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल नहीं किया गया। यदि जयपुर, उदयपुर एवं प्रदेश के अन्य शहरों की तरह जोधपुर को भी स्मार्ट सिटी के रूप में शामिल कर लिया जाता, तो उससे विकास के कई कार्यों को और भी गति मिल सकती थी।
इससे पहले चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश के 400 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की योजना पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग काम कर रहा है। इसके साथ ही नवजात गहन चिकित्सा इकाई (नीकू), शिशु गहन चिकित्सा इकाई (पीकू), कमजोर एवं कुपोषित नवजातों के उपचार के लिए स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट तथा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को इस प्रकार तैयार किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से मुकाबले के लिए हमारी तैयारियां पूरी रहें।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने जब-जब भी प्रदेश की बागड़ोर संभाली है, तब-तब प्रदेश के मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के ऎतिहासिक फैसले लिए हैं। चाहे वह मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना हो, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना हो, निरोगी राजस्थान हो या मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना।
जोधपुर जिले के प्रभारी एवं विधानसभा में उप मुख्य सचेतक श्री महेन्द्र चौधरी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ राज्य सरकार के कुशल प्रबंधन तथा सभी वर्गों को साथ लेकर मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा जनहित में किए जा रहे फैसलों की देशभर में सराहना हो रही है।
विधायक श्री महेन्द्र विश्नोई, श्रीमती मनीषा पंवार, श्री हीराराम मेघवाल ने बताया कि दूरगामी सोच के साथ जोधपुर जिले में गांव-ढ़ाणी तक स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। चिकित्सालयों में आधुनिक भवनों के निर्माण, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित करने, एम्बुलैंस, मेडिकल उपकरण आदि उपलब्ध कराकर किसी भी महामारी से मुकाबले के लिए तैयार किया जा रहा है।
राज्यसभा सांसद श्री राजेन्द्र गहलोत एवं विधायक श्री पब्बाराम विश्नोई ने कहा कि मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता से प्रेरित जोधपुर की समस्त जनता पूरी एकजुटता और जीत के संकल्प के साथ कोविड के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री एवं भामाशाहों का आभार व्यक्त किया और सुझाव भी दिए। विधायक श्री पुखराज गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने जिन विकास कार्यों की सौगात दी है उससे ग्रामीण क्षेत्रों की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
जोधपुर के प्रभारी सचिव श्री नवीन महाजन ने आभार व्यक्त किया। इससे पहले चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव श्री सिद्धार्थ महाजन तथा चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री वैभव गालरिया ने अपने-अपने विभागों के माध्यम से कराए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। जोधपुर जिला कलक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह ने ‘टीकाकरण आपके द्वार‘ अभियान तथा स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में भामाशाहों से मिल रहे सहयोग के बारे में अवगत कराया। पूर्व सांसद श्री बद्रीराम जाखड़, भामाशाह श्री पप्पूराम डारा एवं श्री करण सिंह उचियाडा ने चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार में भामाशाहों तथा आमजन के सहयोग के बारे में जानकारी दी।
इन कार्यों का किया लोकार्पण
• महात्मा गांधी चिकित्सालय, जोधपुर में नवीन ओपीडी एवं इमरजेंसी ब्लॉक (1582.75 लाख रु)
• मथुरादास माथुर अस्पताल, जोधपुर में पीडियाट्रिक कैथ लैब (राशि 500 लाख)
• जिला अस्पताल पावटा में विधायक कोष से स्थापित ऑक्सीजन प्लांट (49 लाख)
• शिवराम नत्थुजी टाक जिला चिकित्सालय मंडोर में विधायक कोष से स्थापित ऑक्सीजन प्लांट (49 लाख)
• राज्य सरकार से प्राप्त एएलएस एम्बुलेंस का लोकार्पण (100 लाख)
• महात्मा गांधी अस्पताल में विभिन्न भामाशाहों द्वारा करवाये गये कार्य (277 लाख)
• आईडी (संक्रामक रोग) सेंटर में भामाशाह द्वारा स्थापित ऑक्सीजन प्लांट (26 लाख)
• जिला अस्पताल फलोदी में भामाशाह द्वारा स्थापित ऑक्सीजन प्लांट (47.20 लाख)
• सीएचसी लूणी में भामाशाह द्वारा स्थापित ऑक्सीजन प्लांट (47.20 लाख)
• सीएचसी, बाप में भामाशाह द्वारा स्थापित ऑक्सीजन प्लांट (19.90 लाख)
• पीएचसी खेडापा (खंड बावडी) का भवन (185 लाख)
• पीएचसी, बिराई (खंड बावडी) का भवन (185 लाख)
• सीएचसी बिलाडा में आवासीय भवन (185 लाख)
इन कार्यों का शिलान्यास
• सीएचसी केलनसर का निर्माण कार्य (400 लाख)
• पीएचसी, बारनीखुर्द का निर्माण कार्य (185 लाख)
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