किसान मंडियों एवं खलिहाल में खुले आसमान के नीचे रखे अनाज को ढंककर सुरक्षित जगह भण्डारण करें - जिला कलक्टर
- चक्रवाती तूफान से बारिश एवं तेज हवाओं की आशंका
- खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी हो सकता है खतरा
जयपुर, 18 मई। जिला कलक्टर श्री अन्तर सिंह नेहरा ने दक्षिण पूर्व अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान तौउते (जंनांजंम) के जिले में होने वाली संभावित बारिश एवं तेज हवाओं के असर से मंडियों एवं खलिहान में खुले आसमान के नीचे रखे अनाज की सुरक्षा के लिए किसानों को उसके सुरक्षित जगह भण्डारण एवं वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
श्री नेहरा ने कहा है कि यह तूफान और तीव्र होकर अति गंभीर चक्रवाती तूफान बन गया है एवं लगभग उत्तर दिशा की ओर आगे बढ रहा है। 18 मई शाम के समय इसके दक्षिण पश्चिम राजस्थान में प्रवेश करने की संभावना है। ऎसे में तूफान से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं।
उन्होंने कहा कि भारी बारिश से निचले इलाकों में जल भराव हो सकता है। आगामी मौसम की स्थिति को देखते हुए किसानों को खुले आसमान में अथवा खलिहान में पडे़ अनाज को सुरक्षित स्थान पर भण्डारण करना चाहिए। इसी प्रकार कृषि मंडियों में खुले आसमान के नीचे रखे हुए अनाज को भी ढककर सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए ताकि उसे भीगने से बचाया जा सके।
श्री नेहरा ने खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी अचानक तेज हवाओं से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को उसके आस-पास मेघ गर्जन की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे तो किसी हाल में पेड़ के नीचे शरण नहीं लें। इसी तरह तेज अंधड़ के समय बडे़ पेड़ों के नीचे व कच्चे मकानों में शरण लेने से भी बचा जाए। तेज अंधड़ से बिजली के तारों के टूटने एवं खंभों के गिरने ये क्षति होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि अंधड़ के समय दृश्यता कम होने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। इसलिए वाहन चालकों को भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
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