स्थानीय सीएचसी/पीएचसी स्तर पर भी हो कोविड चिकित्सा की समुचित व्यवस्था - उद्योग मंत्री
सवाई माधोपुर प्रभारी मंत्री ने जूम वीसी के माध्यम से लिया फीडबेक
जयपुर, 11 मई। उद्योग मंत्री एव सवाई माधोपुर जिला प्रभारी मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने मंगलवार को जूम वीसी के माध्यम से कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, चिकित्सा विभाग सहित अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर जिले के कोविड प्रबंधन, संसाधनों की उपलब्धता तथा मरीजों के समुचित उपचार के संबंध में फीडबेक प्राप्त किया तथा अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्थानीय सीएचसी/पीएचसी स्तर पर कोविड उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जिससे मरीजों को जिला या उप जिला अस्पताल की ओर नहीं भागना पडे। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिये कि कोविड-19 चिकित्सा संसाधन सम्ंबधी जो भी मांग है,उन्हें आज ही भेजें ताकि वे मुख्यमंत्री से मिलकर जिले के लिये अधिकतम संसाधन हासिल कर सके।
प्रभारी मंत्री ने बताया कि जब ग्रामीण क्षेत्र में कुल केस के 50 प्रतिशत से अधिक मामले हैं तो सीएचसी स्तर पर मात्र 15 पॉजिटिव ही क्यों भर्ती हैं। इसका मतलब वहॉं के चिकित्सक या तो बेवजह जिला या उप जिला अस्पताल रैफर कर रहे हैं या मरीजों को सही रेस्पोंस नहीं दे रहे हैं। सवाईमाधोपुर जिला अस्पताल और गंगापुर उप जिला अस्पताल पर ज्यादा बोझ न डालें। केस बढे तो ये दोनों अस्पताल कैसे मैनेज करेंगे।
उन्होंने कहा कि शादी ब्याह में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क की पालना नहीं होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में अचानक केस बढे हैं। इस लॉकडाउन की गाइडलाइन की सख्ती से पालना करें। जहॉं तक सम्भव हो, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों, पंच-सरपंचों , धार्मिक गुरूओं द्वारा समझाइश कर 31 मई तक हर हालत में शादी समारोह टालने के लिये समझाइश करने के निर्देश दिये। यदि कोई आयोजक फिर भी तैयार न हो तो घर में ही अधिकतम 11 लोगों की उपस्थिति या कोर्ट मैरिज के बारे में सूचना दें फिर भी गाइडलाइन का उल्लंघन हो तो 1 लाख रूपये का जुर्माना करें तथा महामारी अधिनियम के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज करवायें।
सवाई माधोपुर प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि जो डॉक्टर, नर्स या अन्य चिकित्सा स्टाफ कलेक्टर की पूर्व अनुमति के बिना अपना हैड क्वार्टर छोडे, उसे सीधे रिलीव करें। रात को भी कोई मरीज गम्भीर अवस्था में आ सकता है। सीएमएचओ एवं ब्लॉक सीएमएचओ प्रभावी भूमिका निभायें, फील्ड में जाकर निरीक्षण करें। कितने हैल्थ वर्कर कितने समय से पॉजिटिव हैं तथा नेगेटिव होने के बाद ड्यूटी पर लौटे या नहीं, डेपुटेशन पर कितने हैल्थ वर्कर हैं तथा किनके आदेश पर डेपुटेशन किया गया। सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पूरे अलर्ट पर रहें। उन्होंने बामनवास सीएचसी में पदस्थ चिकित्सकों का डेपुटेशन तत्काल निरस्त करने के निर्देश दिये। यहॉं वर्तमान में 3 ही चिकित्सक कार्यरत हैं जबकि स्वीकृत पद 6 हैं।
वर्चुअल मीटिंग में सवाई माधोपुर जिला कलेक्टर श्री राजेन्द्र किशन ने बताया कि वर्तमान में सवाई माधोपुर जिले में ऑक्सीजन, बेड की समस्या नहीं है लेकिन ऑक्सीजन के 200-250 अतिरिक्त खाली सिलेंडर चाहिये क्योंकि 250 सिलेंडर अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन देने में, 150 सिलेंडर ऑक्सीजन प्लांट्स में बैक अप में काम आ रहे हैं।
No comments