बिना चिकित्सकीय पर्ची के एन्टीवायरल दवा के बेचान पर दो फर्मों पर कार्यवाही
जयपुर, 8 मई। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के निर्देशों पर बनी औषधि नियंत्रक कमेटी ने शनिवार को आम नागरिक की शिकायत पर आदर्श नगर स्थित कई मेडिकल दुकानों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान दो फर्मों पर बिना चिकित्सकीय पर्ची के व अवैध बिक्री करने पर कार्यवाही की गई।
औषध नियंत्रक श्री राजाराम शर्मा ने बताया कि टीम के पास स्थानीय नागरिक द्वारा कोविड के उपचार में काम आने वाली एन्टीवायरल औषधि फेवीपिराविर की बिना चिकित्सकीय पर्ची के व अवैध बिक्री की शिकायत आई।
श्री शर्मा ने बताया कि सहायक औषधि नियंत्रक श्री दिनेश कुमार तनेजा के नेतृत्व में श्रीमती कोमल रूपचन्दानी व श्री मनीष कुमार मोदी औषधि नियंत्रण अधिकारियों की टीम ने बर्फखाना व आदर्श नगर स्थित कई मेडिकल स्टोर पर बोगस ग्राहक बनाकर भेजा। इस दौरान मैसर्स यूनिक मेडिकोज, आदर्श नगर के मालिक श्री सचिन गर्ग ने बिना चिकित्सकीय पर्ची के 8 टेबलेट मांगने पर पूरी 17 टेबलेट की स्टि्रप जिसकी कीमत एमआरपी 1190 रुपए लेकर दी और बिल भी नहीं दिया। उन्होंने बताया कि दबिश में फेवीपिराविर औषधि की 34 टेबलेट पाई गई। जांच करने पर पाया गया कि संस्था पर नियुक्त रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट श्री रघुनन्दन वर्मा की अनुपस्थिति में फर्म मालिक व स्टाफ द्वारा शेड्यूल एच सहित सभी औषधियों का विक्रय किया जा रहा है। जांच में पाया गया कि पिछले 15 दिनों में फेविपिराविर की लगभग 950 टेबलेट का विक्रय बिना बिल जारी किए करना पाया गया।
श्री शर्मा ने बताया कि बर्फखाना स्थित फर्म मैसर्स जैन मेडिकल एण्ड प्रोविजन स्टोर पर भी डिकाय ऑपरेशन किया गया, जिसमें फर्म मालिक श्री राहुल जैन द्वारा बिना चिकित्सकीय पर्ची के कोविड के उपचार में काम में आने वाली औषधि का बेचान बिना बिल जारी किए रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति में किया गया। फर्म द्वारा मांगने पर भी औषधि का विक्रय बिल नहीं दिया गया। इसी प्रकार 107 टेबलेट फेवीपिराविर एवं एजीथ्रोमाइसिन की 36 टेब्लेट का विक्रय बिना बिल जारी किए करना पाया गया।
औषध नियंत्रक ने बताया कि दोनों फर्मों को डॉक्टर के मूल प्रिक्रिशपस्न पर ऎसी दवाओं को विक्रय करने की हिदायत दी गई साथ ही दोंनो फर्मों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही के लिए विभाग द्वारा नोटिस जारी किया गया है।
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