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वॉरियर बनकर सड़क पर दिन-रात काम कर रहे हैं परिवहन कार्मिक - परिवहन मंत्री


- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आरटीओ-डीटीओ चर्चा

- ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्थाओं के बारे में ली जानकारी

जयपुर, 5 मई। परिवहन मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि परिवहन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी असामान्य परिस्थितियों में सातों दिन 24 घंटे वॉरियर बनकर सड़क पर काम कर रहे हैं। जिस तरह से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सहीं समय पर ऑक्सीजन टैंकरों को प्लांट्स से अस्पतालों तक पहुंचाया है, उससे टूटती श्वासों को नया जीवन मिला हैं। आरटीओ-डीटीओ सहित पूरे विभाग का काम काबिले तारीफ हैं। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से विभाग के कार्मिकों को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित करने की बात की जायेगी।

परिवहन मंत्री ने बुधवार को परिवहन मुख्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये परिवहन आयुक्त श्री महेंद्र सोनी सहित सभी आरटीओ-डीटीओ से ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्थाओं के बारे में चर्चा की। मंत्री ने सभी कार्मिकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सभी कार्मिक वैक्सीन जरूर लगवाएं। कार्य के साथ स्वयं भी सतर्कता बरतें।

उन्होंने कहा कि विकट परिस्थितियों में प्रदेशवासियों को किसी भी तरह की कमी नहीं आने देंगे, लेकिन लोग भी अपनी जिम्मेदारी समझें। घरों से अनावश्यक बाहर नहीं निकलें। मुख्यमंत्री ने निःशुल्क वैक्सीनेशन के लिए 3 हजार करोड़ रूपये जारी किये हैं।

श्री खाचरियावास ने कहा कि कोरोना के रोगी ऑक्सीजन कम होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। मास्क जरूर लगाएं, दो गज की दूरी रखें। अनावश्यक घर से नहीं निकलें। भीड़ का हिस्सा नहीं बनें और वैक्सीन जरूर लगवायें। वैक्सीन लगाने के बाद भी मास्क लगाने सहित अन्य सावधानियों का पालन करें। परिजन भी सकारात्मक माहौल बनाए रखें। इस बीमारी से ठीक होने का रेशो बहुत अधिक हैं। जनता आगामी 2-3 सप्ताह घरों में रहकर इस महामारी से बच सकती है।

श्री खाचरियावास ने कहा कि संकट में सेवाभावी लोगों, अच्छे अधिकारियों और वॉरियर का पता चलता हैं। हम सभी को मानवता पर आए इस संकट की घड़ी में पूर्ण समर्पण से सेवा कार्य कर लोगों की जान बचानी चाहिए।

परिवहन आयुक्त श्री महेंद्र सोनी ने बताया कि सभी कार्मिक वॉरियर की तरह दिन-रात जुटे हुए हैं। ऑक्सीजन सप्लाई के लिए टैंकरों की व्यवस्था के लिए अन्य राज्यों से नियमित संपर्क रखा जा रहा हैं। भिवाड़ी से राज्य के विभिन्न स्थानों पर टैंकर्स को विभाग की फ्लाईंग टीम द्वारा ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पहुंचाया जा रहा है। सभी ऑक्सीजन टैंकरों को ट्रेक करने के लिए जीपीएस लगवाये गये हैं। रास्ते में वाहन में खराबी आने पर तुरंत रिपेयर किया जा रहा हैं।

श्री सोनी ने बताया कि विभिन्न राज्यों, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, निजी टैंकर स्वामियों, तेल कंपनियों से लगातार संपर्क कर राज्य में अधिकतम टैंकर उपलब्ध करवाने के प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य भर से निजी सेक्टर्स से हैवी कार्गो परिवहन लाइसेंसधारी 20 चालक अतिरिक्त उपलब्ध कराए गये हैं। इससे मूल चालक को राहत मिल रही है तथा संचालन में निरंतरता संभव हुई हैं।

श्री सोनी ने आरटीओ व डीटीओ को निर्देश दिये कि ऑक्सीजन सप्लाई के संचालन में चालकों को परेशानी नहीं हो, उनके लिए ठहरने, भोजन करने की उचित व्यवस्था की जाये। विभाग द्वारा एंबुलेंस की उचित दरों का निर्धारण किया गया हैं, इसकी पालना सुनिश्चित की जायें। सार्वजनिक परिवहन के साधनों में 50 प्रतिशत से ज्यादा सवारी नहीं हो, इसकी मॉनिटयरिंग भी की जाये। उन्होंने बताया कि अब तक लगभग 1000 बसों का चालान कर लगभग 10 लाख रूपये की शास्ति भी वसूल की गई हैं।

वीसी में प्रादेशिक परिवहन अधिकारी जयपुर श्री राकेश शर्मा भी सहित प्रदेश के सभी प्रादेशिक परिवहन अधिकारी भी उपस्थित रहे। वीसी में सभी प्रादेशिक परिवहन अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारियों और कार्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी।इस वर्चुअल बैठक में सभी जिला परिवहन अधिकारी भी जुड़े। 

इस दौरान कोरोना काल में जिन कार्मिकों का निधन हुआ, उन्हें एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।

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