राज्य में एक लाख कोरोना टेस्ट रोजाना करने के किए जा रहे प्रयास - चिकित्सा शिक्षा सचिव
जयपुर, 6 अप्रेल। चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री वैभव गालरिया ने कहा है कि कोविड की दूसरी लहर को बेकाबू होने से रोकने के लिए राज्य में परीक्षणों की संख्या बढ़ाकर एक लाख टेस्ट प्रतिदिन की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए अगर अतिरिक्त आरटीपीसीआर मशीनों, किटों या स्टाफ की जरूरत पड़ेगी तो उसका इंतजाम भी किया जाएगा। श्री गालरिया मंगलवार को यहां शासन सचिवालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के प्राचायोर्ं के साथ बैठक कर रहे थे।
चिकित्सा शिक्षा सचिव ने कहा है कि जिस गति से कोरोना की दूसरी लहर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए सभी चिकित्सा महाविद्यालयों, अस्पतालों और स्वास्थ्यकर्मियों को युद्धस्तर पर काम करना होगा। उन्होंने सभी प्राचायोर्ं से ये सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी सूरत में सीनियर डॉक्टर कोरोना मरीजों की देखभाल रेजिडेंट डॉक्टर्स के भरोसे ही न छोड़ें।
श्री गालरिया ने सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में पिछले साल की तरह डे केयर सुविधा वापस शुरू करने और आपातकालीन व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के संदर्भ में भी निर्देश दिए।
चिकित्सा शिक्षा सचिव ने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालयों और इनसे संबंधित अस्पतालों पर भार कम करने के प्रयास किए जाने चाहिए ताकि कोरोना मरीजों की बेहतर देखभाल हो सके। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय, उप जिला स्तरीय और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अन्य बीमारियों के कम गंभीर मरीजों को सीधे ही रैफर न कर उनका वहीं इलाज करें।
बजट घोषणाओं की प्रगति पर आयुक्त ने दिए दिशा निर्देश
बैठक में शामिल आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा श्रीमती शिवांगी स्वर्णकार ने बजट घोषणाओं की प्रगति पर प्राचायोर्ं और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने नए घोषित नसिर्ंग कॉलेजों का काम जल्द से जल्द शुरू करने के लिए भूमि को चिह्वित करने के निर्देश दिए। श्रीमती स्वर्णकार ने कोविड टीकाकरण में छूटे स्वास्थ्यकर्मियों से जल्द से जल्द टीकाकरण कराने की अपील भी की। बैठक में चिकित्सा शिक्षा निदेशालय से अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) श्री गौरव चतुर्वेदी और अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।
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