राज्य सरकार और प्रतिनिधि मंडल के बीच बनी सहमति आंदोलन समाप्त : महुआ थाना क्षेत्र में हुई पुजारी शंभू शर्मा की मौत की शत प्रतिशत जांच के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध - मुख्य सचिव
जयपुर, 11 अप्रेल। दौसा के महुआ थाना क्षेत्र में मूक बधिर पुजारी शंभू शर्मा की मौत की शत प्रतिशत जांच के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। पुजारी की मौत के पूरे प्रकरण की समयबद्ध संभागीय आयुक्त जयपुर से 30 अप्रेल तक जांच करवाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने यह निर्देश रविवार को सचिवालय कॉन्फ्रेंस हॉल में राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व मंत्री श्री अरूण चतुर्वेदी,विधायक श्री अशोक लाहोटी, सामाजिक कार्यकर्ता श्री राघव शर्मा और विभिन्न पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।
बैठक में श्री आर्य ने कहा कि पुजारी शंभू शर्मा की मौत के पूरे प्रकरण की जांच के लिए प्रशासनिक कमेटी का गठन कर निर्देश दिए कि कार्य में कसावट लाकर समयबद्ध जांचपूर्ण होने पर ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी और न्याय किया जाएगा। प्रदेश में मंदिर माफी की जमीन के संरक्षण के लिए कमेटी अन्य राज्यों का अध्ययन करेगी।
श्री आर्य ने कहा कि प्रकरण में शामिल सभी अधिकारियों को एपीओ किया जाएगा तथा लाठीचार्ज मामले में हुई जगदीश सैनी की मौत की भी जांच करने के निर्देश देते हुए कहा कि मंदिर में निर्माण की गई दुकानें जांच पूरी होने तक सील रखी जाएंगी। इसके साथ ही एडीएम के दुव्र्यवहार की भी जांच करवाई जाएगी।
श्री आर्य ने कहा कि जांच प्रक्रिया पूर्ण होने तक संबंधित अधिकारियों को जिले में नहीं रहने के निर्देश दिये गये हैं। पुजारी शंभू शर्मा की मौत को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन और प्रदेश में मंदिरों की जमीनों पर हो रहे अतिक्रमण हटाने पर सहमति के साथ आंदोलन समाप्त हुआ।
बैठक में मुख्य सचेतक श्री महेश जोशी, डी.जी.पुलिस एम.एल लाठर, पुलिस कमिशनर आनंद श्रीवास्तव, प्रमुख शासन सचिव गृह श्री अभय कुमार, दौसा कलक्टर श्री पीयूष एवं संबंधित अधिकारी शामिल हुए।
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