अधिकारी-कर्मचारियों की समय पर कार्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित कर आमजन को राजकीय योजनाओं का पूर्ण लाभ दिलाया जाए - संभागीय आयुक्त
- 160 स्लाइड फोटो व विडियोयुक्त प्रजेंटेशन के माध्यम से 34 विभिन्न विभागों के कार्यों, योजनाओं एवं प्रकरणों की समीक्षा की गई
जयपुर, 10 मार्च। संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने कहा है कि आमजन को राजकीय योजनाओं के लाभ समय पर, गुणवत्ता एवं पूर्णता से मिलें इसके लिए पहली शर्त हर सरकारी कर्मचारी की समय पर अपने कार्यालय में उपस्थिति है। उन्होंने बुधवार प्रातः कार्यालय समय में उपस्थित नहीं होने पर जयपुर डीटीओ, श्री आर. के. चौधरी एवं श्री राजीव कुमार विजय, विभिन्न शहरी एवं ग्रामीण अस्पतालों के बडी संख्या में चिकित्सकों, अन्य कार्मिकों द्वारा बिना पूर्व सूचना व अनुमति के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए जाने पर कार्यालयों के कार्मिकों को चार्जशीट/नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति होने पर संबंधित को चार्जशीट दिए जाने की चेतावनी दी गई। साथ ही पर्यवेक्षणीय लापरवाही पर सीएमएचओ प्रथम, श्री नरोतम शर्मा एवं सीएमएचओ द्वितीय हंसराम भदौरिया, जिला आबकारी अधिकारी श्री सुनिल भाटी एवं श्री बाबुलाल जाट को भी नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि सभी विभाग मिलकर बेहतर प्रयास कर जयपुर को संभाग और प्रदेश में हर मानक पर अग्रणी बनाने का प्रयास करेंगे।
संभागीय आयुक्त डॉ. शर्मा ने बुधवार दोपहर में जिला कलक्टे्रट सभागार में 3 घण्टे चली समीक्षा बैठक में पिछले दिनों सामने आए विभिन्न विभागों से सम्बन्धित प्रकरणों की समीक्षा की, उपस्थित अधिकारियों से जवाब तलब किया और उनके द्वारा कार्य निस्तारण एवं कार्यवाही किए जाने के लिए समय निर्धारित किया। डॉ. शर्मा ने सभी सम्बन्धित विभागों को राज्य में लोक सेवाओं की प्रदायगी गारंटी अधिनियम 2011 के अन्तर्गत आने वाली सेवाओं की जानकारी कार्यालय में अंकित करने के लिए पुनः निर्देशत किया।
समीक्षा के दौरान निर्धारित समयावधि से अधिक के जेडीए के 518 प्रकरण ग्रेटर निगम के 96 प्रकरण हैरिटेज निगम के 3 प्रकरण, जिला कलेक्ट्रेट के 26 प्रकरण एवं विलम्ब से सेवा देने वाले अन्य जिला स्तरीय अधिकारीयों पर नाराजगी प्रकट की व लोकसेवा प्रदायगी गारंटी अधिनियम के अन्तर्गत सेवाओं को देने से विलम्ब करने वाले सम्बन्धित पदाभिहित अधिकारियों (Designated Officers) एवं कार्मिकों पर शास्ति लगाने व अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि सेवा निस्तारण का निर्धारित समय बीतने पर एवं निस्तारण नहीं होने पर 500 से 5 हजार रुपए तक एवं विलम्बित समय के लिए 250 रुपए प्रति दिन आर्थिक जुर्माना लगाया जा सकता है। साथ ही प्रकरणों में विलंब करने वाले दोषी कार्मिकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जा सकती है।
डॉ. शर्मा ने चिकित्सा विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निगम, जेडीए, पुलिस, कृषि विभाग, राजस्व मामले, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिाकी, पीडब्ल्यूडी, हॉर्टीकल्चर, आबकारी, परिवहन, खाद्य विभाग सहित कई विभागों की योजनाओं एवं पिछले दिनों सामने आए प्रकरणों की समीक्षा की।
झोला छाप चिकित्सकों के खिलाफ अभियान
संभागीय आयुक्त ने चिकित्सा विभाग एवं पुलिस अधिकारियों को झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने अभियान चलाकर जिले में एक माह में कम से कम 100 झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाही को कहा।
झूठी रिपोर्ट देने पर चार्जशीट देने के निर्देश
मानपुरा माचेड़ी में एक राजकीय चिकित्सक द्वारा नॉन प्रेक्टिस अलाउंस उठाने के बावजूद मेडीकल स्टोर पर बैठकर निजी प्रेक्टिस करने एवं मेडिकल दुकानाें के बाहर स्वयं का विज्ञापन करने के मामले में झूठी तथ्यात्मक रिपोर्ट देने वाले चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को चार्जशीट देने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि वहॉ संभागीय आयुक्त ने विजिट की थी व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को जॉच के निर्देश दिये थे। उपखण्ड अधिकारी, आमेर से दुबारा जॉच कराने पर सही तथ्य प्रकट हुए।
स्टॉक में दवा होने पर भी नहीं दिए जाने की जांच 48 घंटे में करने के निर्देश
शाहपुरा में रात को डेढ बजे अपने सवा साल के बच्चे को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंची एक महिला को मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना अंतर्गत स्टॉक में दवा की उपलब्धता के बावजूद दवाएं नहीं दिए जाने को संभागीय आयुक्त ने गंभीरता से लेते हुए जिला कलक्टर श्री नेहरा को इसकी जांच एवं दोषियों को दो दिन में चार्जशीट देने के निर्देश दिए। श्री नेहरा ने भी इसका समर्थन करते हुए इस मामले को दिखवाकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही।
प्रसूता को टरकाने पर कार्यवाही
डॉ. शर्मा ने न्यू मार्केट सांभर में टेम्पो में प्रसव मामले में पहले सांभर फिर फुलेरा और फिर वापिस सांभर भेजने के प्रकरण में जिम्मेदारी निर्धारण के निर्देश देते हुए कहा कि सभी हैल्थ वर्कर्स को संस्थागत प्रसव को बढावा देने का प्रयास करना चाहिए और अकारण ही केस को यहां वहां रैफर नहीं करना चाहिए। उपरोक्त प्रकरणों में लापरवाही करने व आज के आकस्मिक निरीक्षणों में चिकित्सक व स्टॉफ नहीं मिलने पर पर्यवेक्षणीय लापरवाही पर सीएमएचओ प्रथम, श्री नरोतम शर्मा एवं सीएमएचओ द्वितीय हंसराम भदौरिया को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
अवैध बजरी खनन व परिवहन
पुलिस आयुक्त, कलक्टर, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, खनिज अभियंता द्वारा संयुक्त कार्यवाही कर अवैध बजरी खनन व परिवहन को सख्ती से रोकने के निर्देश दिए अन्यथा दायित्व निर्धारण किया जाएगा।
स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र पर नल व स्वच्छ जल उपलब्ध करायें
संभागीय आयुक्त ने जनता जल मिशन योजना को मुख्यमंत्री महोदय की प्राथमिकता की योजना बताते हुए हर घर जल पहुॅचाने के प्रयाश किये जाने के निर्देश दिये। शिक्षा विभाग, समेकित बाल विकास एवं जन स्वास्थ्य अभियात्रिकी विभाग को मिलकर सभी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी भवनों में नल द्वारा स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए 15वें वित्त आयोग में राशि उपलब्ध है। श्री शर्मा ने जिला कलक्टर श्री नेहरा व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (कार्यवाहक) श्री इकबाल खान को इसका समन्वय करने के निर्देश दिए।
आमजन के कार्य सीधे ही हों : परिवहन विभाग में एजेण्टों की व्यवस्था समाप्त करें
संभागीय आयुक्त ने जयपुर आरटीओ कार्यालय में 94 कार्मिकों में से 51 कार्मिकों के गायब मिलने पर खासी नाराजगी जताई। उन्होंने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को अनुपस्थित पाए गए सभी डीटीओ एवं अन्य कार्मिकों को चार्जशीट/नोटिस देने के निर्देश दिए। डॉ.शर्मा ने आरटीओ कार्यालय के बाहर दलालों के सक्रिय होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आमजन के परिवहन कार्यालय से सम्बन्धित सभी काम सरलता से होने चाहिए उन्हें एजेण्टों की जरूरत ही न पडे। उन्होनें क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में कैमरा लगाने व उसका लिंक 15 दिवस में आयुक्त परिवहन व संभागीय आयुक्त को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होने 10,500 लाईसेन्स लंबित होने पर नाराजगी प्रकट की एवं प्राथमिकता से निस्तारण के निर्देश दिये। उन्होने इसके लिए ग्राहक सेवा केन्द्र प्रारम्भ करने का भी सुझाव दिया। संभागीय आयुक्त ने यह भी चेताया कि सॉफ्टवेयर में सभी आई डी व पासवर्ड गोपनीय रखे जावें व अगर किसी एजेण्ट या अन्य व्यक्ति के पास आरटीओ कार्यालय का पासवर्ड आईडी मिला तो अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
अनुपस्थित अधिकारियों एवं कार्मिकों को चार्जशीट जारी करने के निर्देश
संभागीय आयुक्त द्वारा जिला कलक्टर, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, जिला परिवहन अधिकारी, संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, संयुक्त निदेशक शिक्षा, आयुर्वेद अधिकारी, पशुपालन अधिकारी सहित समस्त अधिकारियों को आज के निरीक्षण में उनके कार्यालय से संबंधित अनुपस्थित पाए गए कार्मिकों को नोटिस/चार्जशीट जारी करने के निर्देश दिए गए। भविष्य में फील्ड में यदि कोई कार्यालय बंद पाया जाता है अथवा कार्मिक अनुपस्थित पाए जाते हैं तो जिला एवं संभाग स्तरीय अधिकारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाकर उनके विरूद्ध भी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकेगी। उन्होंने भविष्य में संभाग व जिला स्तरीय अधिकारियों की व्हाट्सअप के माध्यम से रोजाना उपस्थिति संभागीय आयुक्त कार्यालय में भेजने के लिए निर्देशित किया।
फील्ड में रहकर करें सफाई व्यवस्था का निरीक्षण
संभागीय आयुक्त ने नगर निगम को डोर टू डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था सुधारने को कहा। उन्होंने निगम अधिकारियों को सुबह 7 बजे फील्ड में कम से कम हफ्ते में दो बार जाकर मॉनिटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने जयपुर एवं विशेषकर परकोटे के अस्थायी अतिक्रमणों को चिन्हित कर पुलिस की मदद से हटाने को कहा। साथ ही अवैध निर्माण पर सील लगाने और हटाने में पूरी पारदर्शिता रखने को कहा। द्रव्यवती नदी पर खराब एसटीपी प्लांट प्रारम्भ होने तक जलशोध केे लिए वैकल्पिक तरीका खोजने को कहा। उन्होंने जलमहल की पाल, महल और पानी को साफ रखने की स्थायी व्यवस्था के लिए नगर निगम, जेडीए और पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए।
एनएफएसए का नियम विरुद्ध लाभ लेने वालों से वसूली हो
उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का गेहूं लेने वाले 3 हजार से अधिक सरकारी कर्मचारियों से 1 माह में वसूली के लिए डीएसओ प्रथम को निर्देश दिए। साथ ही उनके विभाग में ऎसे कर्मचारियेां के खिलाफ चार्ज शीट प्रस्तावित करने को कहा।
8 बजे बाद व एम आर पी से अधिक कीमत पर मदिरा बिक्री पर नोटिस
संभागीय आयुक्त डॉ. शर्मा ने दोनो जिला आबकारी अधिकारीयों को जिले की शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों की दुकानों में बेची जा रही मदिरा के निर्धारित से अधिक दामों की वसूली एवं रात 8 बजे बाद भी उनके खुला रहने व नियम विरूद्ध शराब विक्रय के संभागीय आयुक्त की गोपनीय टीम द्वारा करवाई गयी जांच के वीडियो दिखाये व संभागीय आयुक्त कार्यालय द्वारा जुटाए गए तथ्यों की जानकारी दी गई। उन्होंने मुख्यमंत्री व राज्य सरकार के निर्देशों की धरातल पर पालना के निर्देश दिये साथ ही एक माह में जयपुर जिले की सभी दुकानों की जांच कर यह सुनिश्चित किया जाए कि उनमें कोई दरवाजा, खिड़की, अन्य दरवाजा आदि न हो। संभागीय आयुक्त कार्यालय द्वारा जांच में नियम विरूद्ध पाई गई दुकानों के विरूद्ध नियमानुसार एफ आई आर दर्ज कराई जाए व लाईसेन्स निलंबित किया जाये।
बैठक में जिला कलक्टर श्री अन्तर सिंह नेहरा, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री सेवाराम स्वामी, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम श्री इकबाल खान, द्वितीय श्री जगजीत सिंह मोंगा, तृतीय श्री राजेन्द्र कविया, चतुर्थ श्री अशोक कुमार, पूर्व श्री राजीव पाण्डेय, उत्तर श्री बीरबल सिंह, उप अधीक्षक पुलिस जयपुर ग्रामीण उमेश गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त यातायात जयपुर उत्तर श्री सतवीर सिंह, पुलिस उपायुक्त श्री रोहित जैन सहित विभिन्न विभागोें के संभाग व जिला स्तरीय अधिकारी शामिल हुए।
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