अशक्त को सशक्त बनाकर सम्मानजनक जीवन देना पुण्य का कार्य - स्वायत्त शासन मंत्री
जयपुर, 20 फरवरी। स्वायत्त शासन मंत्री श्री शांति धारीवाल ने कहा कि अशक्त को सशक्त बनाकर उसे सम्मान जनक जीवन जीने के लिए आत्म निर्भर बनाने से बड़ा परोपकार का कार्य दुनिया में कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर विकलांग समिति इस परोपकार कार्य से देश-दुनिया की स्वयं सेवी संस्थाओं में अग्रणी बनने के साथ मार्गदर्शक का कार्य कर रही है यह भारत के लिए गौरव की बात है।
श्री धारीवाल शनिवार को कोटा के रोटरी बिनानी सभागार में आयोजित पांच दिवसीय दिव्यांग हितार्थ सहायता उपकरण वितरण कार्यक्रम में दिव्यांगों को सहायक उपकरण वितरण के बाद उपस्थित जनसमुह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम आयोजन पर रोटरी क्लब अध्यक्ष श्री बी एल गुप्ता एवं सचिव श्री लक्ष्मण खींची की प्रशंसा करते हुए कहा कि अशक्त को सशक्त बनाना पुण्य का कार्य है। उन्होने भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर के संस्थापक डीआर मेहता के व्यक्तव व कार्यो की भरपूर प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रशासनिक सेवा के दौरान से लेकर सेबी में पदस्थ रहने व समिति गठन द्वारा 1975 से वे समाज सेवा में कार्यरत है। आज यह सस्था दिव्यांगो की सेवा क्षेत्र में विश्व में नम्बर एक पर है। समिति द्वारा 46 वर्षो में 17 लाख दिव्यांगो को लाभाविंत किया गया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस निशुल्क सेवा के लिए प्रशंसा की और न्यूर्याक में जयपुर फुट की प्रर्दशनी आयोजित की है यह भारत के लिए गौरवपूर्ण है।
स्वायत शासन मंत्री ने पांच दिवसीय दिव्यांग हितार्थ सहायता उपकरण वितरण कार्यक्रम में दिव्यांग के पास पहुंच कर उनके हाल जाने। उन्होंने दिव्यांगों को कृत्रिम हाथ और पैर पहनते देखा और उनका अनुभव पूछा। इस क्षण किसी दिव्यांग की आंखे नम हो गई तो किसी ने अपने कृत्रिम पैरों से चलकर अपनी प्रसन्ता व्यक्त की। दिव्यांग रमेश ने उन्हे अपने नए हाथ से पानी पी कर बताया और कृत्रिम हाथ में ऑटोमेटिक बटनों की सुविधा को भी दर्शाया।
भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर के संस्थापक श्री डी आर मेहता ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्था दिव्यांगो को दान नही उनकी सहायता करती है उन पर उपकार नहीं अपितु कष्ट कम करती है। विकंलागता के सर्वाधिक केस निर्धन परिवार से आते ऎसे में उनके लिए समिति निशुल्क उपकरण देती है। उन्होंने कहा कि समिति की देश में 26 शाखाएं है, भारत के अलावा 36 देशों में शिविर आयोजित किए जा चुके है और 36 हजार दिव्यांगो का पुनर्वास किया जा चुका है। कोटा समिति के प्रवीण भण्डारी ने बताया कि कोटा में 40 वर्षो से समिति कार्यरत है और 42 हजार दिव्यांगो को जयपुर फुट लगाए जा चुके है।
पूर्व महाधिवक्ता श्री जीएस बापना से बताया कि भारत सेवा संस्थान के माध्यम से निरन्तर अपाहिजों एवं निशक्तजनों की सेवा का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरों को सम्बल एवं सम्मान सबसे बडा परोपकार का कार्य है। रोटरी क्लब के अध्यक्ष श्री बी एल गुप्ता ने सभी सहयोगियों का आभार प्रकट करते हुए बताया कि आज चार्टड डे पर इस पुनित सेवाकार्य का आगाज किया गया है। दिव्यांगो के लिए हाडौती धरती पर इतने विशाल स्तर पर कार्यक्रम को करने जा रहे है। इस पूरे शिविर में दिव्यांगो लगभग दो करोड के उपकरण वितरित होंगे।
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