नए मेडिकल कॉलेजों को शुरू करने के रास्ते में आ रही बाधाओं को जल्द करें दूर - मुख्य सचिव
भविष्य की जरूरतों के अनुरूप बनें नए मेडिकल कॉलेज
जयपुर, 10 फरवरी। मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने राज्य में नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण के रास्ते में आ रही बाधाओं को जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश दिए हैं। श्री आर्य बुधवार को शासन सचिवालय में अंतर्विभागीय एम्पावर्ड कमेटी की दूसरी बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देशित कर रहे थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि देश में कुल 75 नए मेडिकल कॉलेजों में से 15 अकेले राजस्थान में प्रस्तावित किए गए हैं। इसे सुनहरा अवसर बताते हुए उन्होने सभी संबंधित विभागों और जिला कलेक्टरों से कहा कि भूमि आवंटन और निर्माण के रास्ते में आ रही अड़चनों को जल्द से जल्द दूर किया जाए। उन्होने कहा कि सभी संबंधित जिला कलेक्टर स्वयं मेडिकल कॉलेजों की प्रस्तावित साइट्स पर जाएं और समस्याओं का निराकरण करें।
मुख्य सचिव ने कहा कि देश का सबसे बड़ा राज्य होने के कारण राजस्थान में ये नए मेडिकल कॉलेज बहुत महत्त्वपूर्ण हैं। उन्होने कहा कि इनका निर्माण इस तरह किया जाए कि ये सिर्फ वर्तमान की नहीं बल्कि भविष्य की जरूरतों को भी पूरा कर सकें।
मुख्य सचिव ने बूंदी जिले में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के नक्शे में परिवर्तन के संबंध में उपयोगी निर्देश दिए। साथ ही, दौसा जिले में बनने वाले मेडिकल कॉलेज की एप्रोच रोड के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री वैभव गालरिया ने प्रस्तावित मेडिकल कॉलेजों की प्रगति का प्रजेंटेशन दिया। श्री गालरिया ने बताया कि सभी मेडिकल कॉलेजों की निविदा प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण कर ली जाएगी।
बैठक में संबंधित विभागों के प्रमुख शासन सचिव एवं सचिव और चिकित्सा शिक्षा विभाग की आयुक्त श्रीमती शिवांगी स्वर्णकार समेत संबंधित जिला कलेक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक में शामिल हुए।
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