स्वास्थ्य बजट : स्वास्थ्य को समर्पित बजट से स्वस्थ राजस्थान का सपना होगा पूरा - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर, 24 फरवरी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने राजस्थान विधानसभा में बुधवार को प्रस्तुत बजट को समग्र विकास का अभूतपूर्व बजट बताते हुए सराहना की है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य को समर्पित बजट से स्वस्थ राजस्थान का सपना पूरा होगा।
डॉ.शर्मा ने कहा कि बजट में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य में अनेक नवाचारों की घोषणा की गई है। सभी को स्वास्थ्य का अधिकार प्रदान करने के लिए राज्य हैल्थ बिल लाकर हम देश में अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने आगामी वर्ष से 3500 करोड़ रुपए की लागत से यूनिवर्सल हैल्थ योजना को सेहत के कायाकल्प की दृष्टि से अभूतपूर्व बताया। इस योजना के तहत राज्य के प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपए की चिकित्सा बीमा योजना का लाभ मिलेगा। इसके तहत कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि शेष 25 जिलों में नर्सिग महाविघालय खोलने से प्रदेश के सभी जिले में नर्सिग कॉलेज हो जाएंगे। उन्होंने सभी संभाग मुख्यालयों पर पब्लिक हैल्थ कॉलेज खोलने का भी स्वागत किया। उन्होंने मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना के तहत जांचों की संख्या पीएचसी में 15 से बढ़ाकर 61व जिला अस्पतालों में 133 जांचें मुफ्त करने से आमजन को सीधा लाभ होगा। उन्होंने बाड़मेर, दातारामगढ़, सीकर, शिवाना-बाड़मेर, सपोटरा, कटोरी हिडौन, करौली सहित 30 नए पीएचसी खोलने, 50 अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को क्रमोन्नत करने, 40 सीएचसी को प्राइमरी ट्रोमा सेंटर मंल क्रमोन्नत करने, नए सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने एवं शाहपुरा जयपुर व फतेहपुर के उपजिला अस्पतालों को क्रमोन्नत करने की घोषणा का भी स्वागत किया।
डॉ.शर्मा ने अजमेर में राजस्थान आयुष अनुसंधान केंद्र खोलने, मेडिकल कॉलेज जोधपुर में गठिया रोग के लिए विभाग व बच्चों के लिए पीडियाट्रिक्स विभाग खोलने तथा पावटा अस्पताल में बैड बढ़ाकर 300 करने का भी स्वगत किया। उन्होंने एसएमएस जयपुर में पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग, न्यूरोलौजी विभाग, आंकोलॉजी विभाग, हार्ट लंग व टर्मरिक सुविधाओं का विस्तार करने एवं जोधपुर में रीजनल कैंसर सेंटर की स्थापना के प्रस्तावों को अत्यंत उपयोगी बताया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी को स्वास्थ्य का अधिकार देने का लक्ष्य के साथ हेल्थ के इन्फ्रास्ट्रक्चर की मजबूती पर जोर दिया गया है। बजट में एलोपैथी के अलावा आयुर्वेद पर भी पूरा ध्यान रखते हुए प्रदेश के 1000 चिकित्सालय को विकसित करने का भी लक्ष्य रखा है। इससे प्रदेश की परंपरागत व वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति को राहत मिलेगी। इसके अलावा राज्य के मेडिकल कलेज अस्पतालों में लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस, यूनानी व होम्योपैथी चैंबर स्थापित किए जाएंगे। साथ ही जयपुर, बीकानेर, भरतपुर आदि में यूनानी व आयुर्वेद महाविद्यालय खोले जाएंगे।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि बजट में मिलावटखोरों के लिए भी कड़ा संदेश दिया गया है। बजट में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान निरंतर चलाने के लिए डायरेक्टरेट ऑफ फूड सेफ्टी बनाने की घोषणा अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के संबंध में जीवन रक्षक योजना के तहत जीवन बचाने वाले व्यक्ति को 5000 रुपए व प्रशस्ती पत्र देने की घोषणा से दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को तुरंत चिकित्सा सुविधा मिल पाएगी।
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