कोविड वेक्सीनेशन का तीसरा चरण एक मार्च से : 60 वर्ष से अधिक आयु वाले और 45 से अधिक आयु के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति भी होंगे शामिल - मुख्य सचिव
जयपुर, 27 फरवरी। मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा कि कोविड वेक्सीनेशन के तीसरे चरण में 60 साल और अधिक आयु के बुजुर्गों के साथ-साथ 45 से 59 वर्ष के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को भी शामिल किया गया है। अब सरकारी अस्पताल के साथ-साथ निजी अस्पतालों को भी टीके लगाने के लिए अधिकृत किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे वेक्सीनेशन सेंटर्स पर सभी व्यवस्थाओं की सुचारू मॉनिटरिंग करें और साथ ही जिन लोगों को प्रथम डोज लग गई है उन्हें दूसरी डोज नियत समय पर लगना सुनिश्चित करें।
मुख्य सचिव शनिवार को यहां शासन सचिवालय में कोविड वेक्सीनेशन के एक मार्च से शुरू होने वाले तीसरे फेज की तैयारियों से संबंधित बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के माध्यम से जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जल्द से जल्द प्राइवेट अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन का कार्य करें तथा प्रशिक्षण का काम भी समयबद्ध तरीके से पूरा करें। उन्होंने बताया कि पिछले दो फेज में हैल्थ केयर वर्कर्स तथा फ्रंट लाइन वर्कर्स के वेक्सीनेशन पर फोकस किया गया था, जिसके तहत अब तक लगभग 8 लाख लोगों का टीकाकरण किया गया है। उन्होंने बताया कि तीसरे चरण में जहां 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को टीका लगाया जाएगा वहीं 45 साल से 59 वर्ष तक के गंभीर बीमारी ग्रस्त व्यक्तियों को भी शामिल किया जा रहा है। ऎसी 20 बीमारियों को चिह्वित भी किया गया है। उन्होंने बताया कि एक जनवरी 2022 को निर्धारित आयु पूर्ण करने वाले व्यक्ति तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए पात्र होंगे।
मुख्य सचिव ने बताया कि अब तक सभी टीके सरकार की ओर से निःशुल्क लगाए गए हैं। तीसरे चरण में प्राइवेट अस्पतालों को भी टीके लगाने के लिए अधिकृत किया जाएगा, जहां सशुल्क टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध होगी। सरकारी चिकित्सालयों में पहले की तरह ही निःशुल्क टीके लगाए जाएंगे।
श्री आर्य ने बताया कि पहले दो चरणों में विभाग द्वारा हेल्थ केयर वर्कर्स तथा फ्रंट लाइन वर्कर्स की लिस्ट लेकर पोर्टल पर डालना और उन्हें सूचित करने का काम किया गया था। अब तीसरे चरण में वेक्सीनेशन करवाने के लिए व्यक्ति को स्वयं पोर्टल “कोविन 2” पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदनकर्ता वेक्सीनेशन का स्थान व समय भी उपलब्ध सूची के अनुसार स्वयं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि एक मार्च से यह सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिन व्यक्तियों को पहली डोज लग चुकी है उन्हें दूसरी डोज सरकारी चिकित्सालय में निःशुल्क ही लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जो प्राइवेट अस्पताल आयुष्मान भारत तथा सीजीएचएस से जुड़े हैं तथा निर्धारित मापदण्ड पूरा करेंगे उन्हें ही टीकाकरण के लिए अधिकृत किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बनाये गये कोविन सॉफ्टवेयर में प्रत्येक लाभार्थी का रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। नवीन गाइड लाइन के अनुसार रजिस्टे्रशन के लिए टीकाकरण साइट पर लाभार्थी का रजिस्टे्रशन उपलब्ध होगा जिसके लिए लाभार्थी को फोटो युक्त परिचय पत्र एवं आधार कार्ड लाना आवश्यक है। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के तहत लाभार्थी स्वयं के स्तर पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टर्स को निर्देशित करते हुए कहा कि कलेक्टर जिले में सरकार का चेहरा होता है। इसलिए आप राज्य सरकार की प्राथमिकताओं को समयबद्ध कार्यक्रम बना कर क्रियान्वित करें। मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इसे पूरा करें।
इस अवसर पर चिकित्सा विभाग के शासन सचिव श्री सिद्धार्थ महाजन ने कोविड वेक्सीनेशन के बार में विस्तार से जानकारी देते हुए इसके क्रियान्वयन के निर्देश दिये। श्री महाजन ने बताया कि पंजीकरण के साथ ही संबंधित व्यक्ति को समूह में सुविधा दी जाएगी।
शुरूआत में ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी अस्पतालों का फोकस आरक्षित आवंटन पर रहेगा। उन्होंने बताया कि ग्राम स्तर के कार्मिकों की टीम लोगों को रजिस्ट्रेशन के लिए प्रोत्साहित करगी। निजी अस्पतालों में टीके का आवंटन खुला रहेगा। शहरी क्षेत्रों में सरकारी अस्पतालों में पंजीकरण तथा खुला आवंटन दोनों विकल्प उपलब्ध होंगे। धीरे-धीरे मांग के अनुसार खुले आवंटन को बढ़ाया जाएगा। टीकाकरण की गति भारत सरकार से मिलने वाली टीकों की संख्या और उपलब्धता के आधार पर तय होगी। भारत सरकार ने कुछ और टीकों का आवंटन किया है। भविष्य में और अधिक आपूर्ति की बात कही है। निजी अस्पतालों में दूसरी डोज भुगतान आधारित होगी।
वीसी में गृह विभाग प्रमुख शासन सचिव श्री अभय कुमार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़, चिकित्सा शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री वैभव गालरिया, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की आयुक्त श्रीमती मंजू राजपाल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन, महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव डॉ. केके पाठक, मिशन निदेशक एनएचएम श्री नरेश कुमार ठकराल, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के आयुक्त श्री महेन्द्र सोनी, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य एवं नियंत्रक, समस्त जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला सीडीपीओ, राज्य कार्यक्रम अधिकारी यूएनडीपी, सीनियर प्रोफेसर एवं एसएमएस अस्पताल के विभागाध्यक्ष (शिशु रोग) मौजूद थे।
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