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विधानसभा उप चुनाव-2021 : कोरोना के चलते नामांकन से लेकर प्रचार तक रहेगी सख्ती, विभाग ने राजनैतिक दलों से मांगा सहयोग


मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने की राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक

जयपुर, 15 फरवरी। कोरोना महामारी के चलते प्रदेश की सुजानगढ़, वल्लभनगर, राजसमंद और सहाड़ा में होने वाले विधानसभा उप चुनाव कुछ बदले-बदले से नजर आएंगे। कोरोना के चलते जहां नामांकन के दौरान केवल 4 व्यक्ति और दो वाहनों को ही परिसर में आने की अनुमति मिल सकेगी। वहीं नामांकन आनलाइन भी स्वीकार किए जाएंगे। चुनाव प्रचार के दौरान भीड़ से दूर केवल 5 व्यक्ति ही घर-घर जाकर जनसपंर्क कर सकेंगे। साथ ही सभाओं में भी केंद्र-राज्य सरकार द्वारा कोरोना संबंधी सभी दिशा-निर्देशों की कड़ाई से पालना करनी होगी।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण गुप्ता ने सोमवार को विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से बैठक के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद पहली बार विधानसभा का कोई चुनाव प्रदेश में हो रहा है। ऎसे में स्वतंत्र-निष्पक्ष और शांतिपूर्ण के साथ ‘सुरक्षित चुनाव‘ करवाना भी विभाग की प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि प्राप्त आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में हालांकि कोरोना का संक्रमण थोड़ा कम है लेकिन उम्मीदवार, उनके समर्थक और मतदाता किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतें।

श्री गुप्ता ने चुनाव संबंधी कई बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की और चुनाव आयोग से प्राप्त दिशा-निर्देशों को साझा किया। उन्होंने कहा मतदान केंद्रों पर मास्क लगाकर जाना अनिवार्य होगा, बूथ पर थर्मल स्केनर, सेनेटाइजर व साबुन, पानी की उचित व्यवस्था होगी तथा मतदान दिवस से एक दिन पूर्व बूथ को पूर्ण सेनीटाइज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमित अन्तिम घंटे में पीपीई किट में मतदान कर पाएंगे।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान केंद्रों पर भीड़ को सुनियोजित करने के लिए चारों विधानसभा क्षेत्रों में में 1000 से ज्यादा संख्या वाले मतदान केंद्रों की संख्या में करीब 45 प्रतिशत का इजाफा किया है। जहां सभी विधानसभाओं में कुल 1074 मतदान केंद्र थे, उन्हें अब बढ़ाकर 1529 कर दिया गया है। साथ ही महिला, पुरुषों के अलावा सीनियर सिटीजन और दिव्यांगों के लिए अलग पंक्ति की व्यवस्था की गई है। 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं, कोविड पॉजिटिव, सस्पेक्टेड, क्वारंटीन व्यक्ति और 40 फीसद से अधिक दिव्यांगजनों के लिए आयोग ने पहली बार पोस्टल बैलट की सुविधा दी है। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान होने वाले खर्च को 28 से बढ़ाकर 30.80 लाख कर दिया है। उन्होंने कहा कि पात्र मतदाता नामांकन के 10 दिन पूर्व तक अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वा सकते हैं। उन्होंने इलेक्शन हैल्प लाइन नंबर 1950 की भी जानकारी दी।

अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री कृष्ण कुणाल बताया कि कोरोना के चलते इस बार जहां नामांकन भी आनलाइन किया जा सकेगा, वहीं आयोग ने सभा करने, वाहनों की अनुमति लेने जैसे कई कार्य आनलाइन संपादित करने की व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें मय फोटो, वीडियो आदि निर्वाचन आयोग के सी-विजिल-एप में की जा सकती है, जिससे इन पर 100 मिनट की अवधि में कार्यवाही की जा सके। चर्चा के दौरान सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने आश्वस्त किया कि वे भी कोरोना संबंधी सभी दिशा-निर्देशों की पालना के साथ नामांकन, प्रचार व मतदान की प्रक्रिया संपादित करवाएंगे। इस दौरान राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों सभी बिंदुओं पर चर्चा और उनसे सुझाव भी मांगे।

बैठक में इंडियन नेशनल कांग्रेस के श्री विमल सारस्वत, श्री कमल कुमार माथुर, श्री दिवाकर सैन, भारतीय जनता पार्टी के श्री शलभ शर्मा, श्री अशोक, श्री कमलेश, श्री भवानीसिंह, नेशलिस्ट कांग्रेस पार्टी की डॉ. रेखा खान ने हिस्सा लिया। इस दौरान निर्वाचन विभाग के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री एमएम तिवारी, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री विनोद पारीक, विशेषाधिकारी श्री सुरेश चंद्र गुप्ता समेत कई अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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