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’राजक्विक’, ’सक्षम’ एवं ’समर्थ’ योजनाओं का शुभारम्भ : कौशल प्रशिक्षण की तीन योजनाओं में प्रतिवर्ष 1 लाख युवाओं को रोजगार देने का होगा प्रयास - कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता राज्यमंत्री


जयपुर, 3 फरवरी। प्रदेश के युवाओं के साथ सभी वर्गों को कौशल विकास से जोड़ने के लिए राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम ने तीन योजनाएं शुरू की है। बुधवार को कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता राज्य मंत्री श्री अशोक चांदना ने इन तीन योजनाओं का शुभारंभ किया। श्री चांदना सहित अन्य अधिकारियों ने नई योजनाओं के पोस्टर्स और लोगो का विमोचन किया।

आरएसएलडीसी में आयोजित कार्यक्रम में कौशल, रोजगार एवं आजीविका उद्यमिता राज्य मंत्री श्री अशोक चांदना ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना हमारा प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिलाकर स्वरोजगार की ओर अग्रसर करेंगे। तीनों ही योजनाओं में प्रतिवर्ष 1 लाख से अधिक सभी वर्गों को रोजगार और स्वरोजगार देने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा अन्य योजनाओं के जरिए 65 हजार से अधिक को युवाओं को प्रशिक्षित कर स्वरोजगार से जोड़ेंगे। उन्होंने प्रसन्न्ता व्यक्त करते हुए कहा कि निगम की टीम पूरी मेहनत से काम कर रही है। हम निगम को अगले दो-तीन साल में ऑल टाइम टॉप पर पहुंचा देंगे।

इस मौके पर आरएसएलडीसी के अध्यक्ष डॉ. नीरज के. पवन, प्रबंध निदेशक श्री प्रदीप के गावंडे, महाप्रबंधक प्रथम श्री करतार सिंह, महाप्रबंधक द्वितीय डॉ. सतीश महला, निगम के वित्तीय सलाहकार श्री अतुल खंडेलवाल, उपमहाप्रबंधक प्रथम श्री आर के जैन एवं उपमहाप्रबंधक तृतीय डॉ. मुक्ता अरोड़ा सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

ये है योजनाएं

1- समर्थ : (समर्थ कौशल से आत्मनिर्भर)

इस योजना में प्रदेश की महिलाओं, विशेष एवं वंचित वर्गों, पिछड़े एवं हाशिये पर मौजूद परिवारों के लोगों की क्षमताओं को बढ़ाने व रोजगार-स्वरोजगार एवं उद्यमिता आधारित कौशल को बढ़ाना है। इसमें युवाओं को आजीविका अर्जन के लिए समर्थ बनाना है।

योजना में आयु सीमा 15 से 50 वर्ष तक। यह 100 फीसदी राज्य सरकार पोषित योजना है, जिसमें नि:शुल्क प्रशिक्षण की सुविधा मिलेगी। प्रशिक्षण प्रति दिवस 2 घंटे से 8 घंटे तक की रहेगी। प्रशिक्षण का पंजीयन नि:शुल्क होगा।

2- सक्षम : (सक्षम युवा, सक्षम राजस्थान) - स्वरोजगार आधारित कौशल शिक्षा महाअभियान

इसमें प्रदेश के युवाओं व महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर अपना स्वयं का व्यवसाय या सामूहिक स्वरोजगार के लिए तैयार किया जाएगा। आयु सीमा 15 से 45 वर्ष रखी गयी है। इसमें भी निशुल्क प्रशिक्षण मिलेगा। पंजीयन शुल्क में सामान्य पुरूष श्रेणी के लिए 400 रूपये एवं अन्य सभी श्रेणियों महिलाएं, एससी, एसटी, ओबीसी के लिए 200 रूपये रखा गया है। निगम टूलकिट भी उपलब्ध कराएगा।

3 - राजक्विक : (रोजगार आधारित जन कौशल विकास कार्यक्रम)

इस योजना में राज्य के बेरोजगार युवाओं को बाजार-प्रासंगिक कौशल का प्रशिक्षण देकर रोजगार के अवसर देना है। इसमें 36 आर्थिक सेक्टरों में 328 पाठयक्रमों के तहत कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों की उपलब्धता होगी। इसमें आयु सीमा 15 से 35 वर्ष है। महिलाओं व विशेष योग्यजन के लिए अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष रहेगी।

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