रीट-2021 के लिए किसी तरह की शुल्क वृद्धि नहीं, वाणिज्य विषय सामाजिक अध्ययन लेवल-2 में शामिल, रीट परीक्षा के लेवल-1 में सिर्फ बीएसटीसी के अभ्यर्थी ही शामिल किए जाएंगे - शिक्षा राज्य मंत्री
जयपुर, 4 जनवरी। शिक्षा राज्य मंत्री श्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सोमवार को जयपुर स्थित शिक्षा संकुल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब तक वाणिज्य जैसे विषय के अभ्यर्थियों को रीट से वंचित रखा गया था, जिसे संशोधन कर इस विषय को सामाजिक अध्ययन लेवल-2 में शामिल किया गया है।
श्री डोटासरा ने कहा कि कोविड-19 महामारी की विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखकर रीट-2021 में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए किसी भी तरह की शुल्क वृद्धि नहीं की गई है तथा रीट-2017 के अनुरूप ही शुल्क निर्धारित रखा गया है। प्रथम स्तर अथवा द्वितीय स्तर (केवल एक परीक्षा) के लिए 550 रुपए निर्धारित किए हैं। प्रथम स्तर एवं द्वितीय स्तर (दोनों परीक्षाओं) के लिए 750 रुपए निर्धारित किए हैं।
उन्होंने कहा कि डीएलड और बीएलडी योग्यताधारियों के हितों को ध्यान में रखकर बीएड योग्यताधारियों को एल-1 में शामिल नहीं किया गया है, क्योंकि बीएड योग्यताधारियों के पास एल-2, ग्रेड-2 और ग्रेड-1 आदि कई विकल्प मौजूद हैं।
श्री डोटासरा ने बताया कि पूर्व रीट परीक्षाओं में 2011 में पाठ्यक्रम से रीट का आयोजन किया जा रहा था, जबकि पाठ्य पुस्तकों में कई बार बदलाव किया जा चुका है। अब वर्तमान में चल रही पाठ्य पुस्तकों के आधार पर पाठ्यक्रम का निर्माण एनसीटीई की गाइडलाइन पर करवाया गया है। इसमें राजस्थान के भूगोल, इतिहास, कला, संस्कृति आदि संबंधित टॉपिक को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि अध्यापक भर्ती में लेवल-2 के लिए रीट में प्राप्त अंकों के अनुपात को बढ़ाया गया है। पूर्व में लेवल-2 में रीट में प्राप्त अंकों का भार 70 प्रतिशत था, जबकि अकादमिक भार 30 प्रतिशत था। अब इसे 90 अनुपात 10 कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/विशेष योग्य जन/ विधवा/तलाकशुदा महिला वर्गों के अभ्यर्थियों को ही निर्धारित शैक्षणिक योग्यता (सीनियर सैकंडरी या स्नातक) के अर्हक अंकों में 5 प्रतिशत की छूट थी। वहीं अब रीट-2021 में अति पिछड़ा वर्ग तथा आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को भी निर्धारित शैक्षणिक योग्यता (सीनियर सैकंडरी या स्नातक) के अर्हक अंकों में 5 प्रतिशत अंकों की छूट दी गई है।
श्री डोटासरा ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों के स्नातक परीक्षा में 50 प्रतिशत से कम प्राप्तांक हैं, परन्तु स्नातकोत्तर में 50 प्रतिशत या अधिक प्राप्तांक हैं, वे रीट-2021 में आवेदन के लिए पात्र हैं।
उन्होंने बताया कि रीट 2017 में सभी वर्गों के लिए न्यूनतम अर्हक अंक 60 प्रतिशत निर्धारित है, केवल अनुसूचित क्षेत्र के अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम 36 अंक निर्धारित थे। रीट 2021 में विभिन्न श्रेणियों में न्यूनतम उत्तीर्णांक प्रतिशत में भी रियायत प्रदान की गई हैं।
उन्होंने बताया कि रीट 2021 की प्रस्तावित परीक्षा तिथि 25 अप्रेल 2021 है। वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की तिथि की प्रस्तावित तिथि 11 जनवरी 2021 से 8 फरवरी 2021 है। चालन मुद्रित कर निर्धारित बैंकों की शाखा पर शुल्क जमा कराने की प्रस्तावित तिथि 11 जनवरी 2021 से 4 फरवरी 2021 है। वेबसाइट पर प्रवेश पत्र डाउनलोड करने की प्रस्तावित तिथि 14 अप्रेल 2021 से है।
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