योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं का पंचायत समिति, ब्लॉक, जिला एवं मुख्यालय स्तर पर समाधान किया जाएगा - अतिरिक्त मुख्य सचिव, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज
जयपुर 22 दिसम्बर। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री रोहित कुमार सिंह ने बताया की विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं का पंचायत समिति, ब्लॉक, जिला एवं मुख्यालय स्तर पर समाधान किया जायेगा।
श्री सिंह मंगलवार को यहां वीडियों कॉन्फ्रेसिगं के माध्यम से हाल ही में विभाग की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन व मौके पर वास्तविक प्रगति का जायजा लेने हेतु हाल ही प्रभारी बनाये गये राज्य स्तरीय जिला प्रभारी अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे विभाग की सभी जनकल्याकारी योजनाओं की सफल क्रियान्विति एवं समयबद्ध पालना सुनिश्चित करायें। साथ ही योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु 28 दिसम्बर से जिलों का दौरा शुरू करें।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे 21 दिसम्बर को आयोजित बैठक में मौखिक एवं वास्तविक लक्ष्यों में पाये गये अन्तराल को दूर करने हेतु योजनाओं की समीक्षा व निरीक्षण करें।
श्री सिंह ने योजना प्रभारियों से कहा कि वे जिलेवार ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं, महात्मा गांधी नरेगा, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, जलग्रहण विकास, राजीविका एवं बायोफ्यूल आदि योजनाओं की प्रगति की रिपोर्ट में अन्तराल के बिन्दुओं पर समीक्षा करने के लिए 31 मार्च 2021 तक वित्तीय व भौतिक लक्ष्य अर्जित करना सुनिश्चित कर उन बिन्दुओं को निर्धारित प्रपत्र में उल्लेखित करें।
उन्होंने प्रभारी अधिकारियों को निरीक्षण रिपोर्ट प्रति माह मुख्यालय पर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि योजनाओं की उच्च स्तर पर समीक्षा कर आवश्यक कदम उठाये जा सके।
श्री सिंह ने कहा कि 31 मार्च 2021 तक योजनाओं से संबंधित वित्तीय एवं भौतिक लक्ष्य प्राप्त करने पर जिला प्रभारियों की उपलब्धि मानी जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिलों में अगर किसी भी योजना के क्रियान्वयन में समस्याएं आ रही है तो उनका पंचायत समिति, ब्लॉक, जिला एवं मुख्यालय स्तर पर समाधान किया जाएगा ताकि योजनाओं की सफल क्रियान्विति, गुणात्मक परिसम्पति सृजन, आधारभूत ढ़ांचा विकसित विकसित हो सके।
शासन सचिव, ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती मंजू राजपाल ने 33 जिलों के प्रभारी अधिकारियों से कहा कि निरीक्षण उपरांत उन्हें निर्धारित प्रपत्र में निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत कर उसका प्रस्तुतीकरण भी देना होगा। उन्होंने कहा कि निरीक्षण रिपोर्ट की प्रतिमाह नियमित समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि संबंधित जिले की प्रगति में सुधार संबंधित जिला प्रभारी की कार्य दक्षता मूल्यांकन का आधार होगा।
बैठक में आयुक्त नरेगा श्री पी.सी. किशन, स्टेट मिशन निदेशक, राजीविका श्रीमति शुचि त्यागी सहित विभाग की विभिन्न शाखाओं के अधिकारी उपस्थित थे।
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