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राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्र के सामाजिक, शैक्षिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए प्रतिबद्ध - मुख्यमंत्री


बांसवाड़ा इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थापित होगी आईटी आधारित आधुनिक लाइब्रेरी

जयपुर, 15 दिसम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि जनजातीय क्षेत्र की परम्पराओं और संस्कृति के संरक्षण के साथ ही शिक्षा के माध्यम से इस क्षेत्र के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। हमारे पिछले कार्यकाल में स्थापित प्रदेश के एकमात्र जनजातीय विश्वविद्यालय ने कम समय में ही आदिवासी क्षेत्र में उच्च शिक्षा को गति दी है। जनजातीय क्षेत्र के विद्यार्थियों को तकनीक के माध्यम से अध्ययन के अवसर उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री ने बांसवाड़ा के इंजीनियरिंग कॉलेज में आईटी आधारित आधुनिक पुस्तकालय स्थापित करने की घोषणा की। 

श्री गहलोत मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से गोविंद गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय, बांसवाड़ा में महर्षि वाल्मीकि भवन, परीक्षा एवं शोध अनुभाग के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सुखद है कि इतने कम समय में ही करीब 150 कॉलेज इस विश्वविद्यालय से संबद्ध हो गए हैं और करीब 1 लाख 50 हजार विद्यार्थी इसके माध्यम से उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही, करीब 250 शोधार्थी यहां पंजीकृत हैं। हमारा प्रयास है कि इस विश्वविद्यालय में विभिन्न विधाओं का विस्तार होने के साथ ही यहां गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिले। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की जंग हो या समाज सुधार एवं अन्याय के खिलाफ आंदोलन, इस क्षेत्र की सदैव महत्वपूर्ण भूमिका रही है। गोविंद गुरू, भोगीलाल पण्ड्या, भीखाभाई भील, हरिदेव जोशी, कालीबाई सहित कई महान व्यक्तित्व यहां हुए हैं, जिनका जीवन प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र में उच्च शिक्षा के प्रसार के लिए स्थापित गोविन्द गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय शिक्षा का उजियारा फैलाने के साथ ही प्रदेश के टीएसपी क्षेत्र में आदिवासी तथा गैर आदिवासी लोगों के बीच सेतु का काम करे। उन्होंने कहा कि हमारी पिछली सरकार के समय वेद विद्यापीठ की स्थापना के लिए किए गए प्रयासों को हम आगे बढ़ाएंगे। 

श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के हर जिले में सरकारी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज स्थापित हों। आदिवासी क्षेत्र को भी इसका लाभ मिलेगा और इस क्षेत्र में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विगत दो साल में ही करीब 90 कॉलेज खोले गए हैं। बच्चों को आज के समय की आवश्यकता के अनुरूप हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा मिले, इसके लिए प्रदेशभर में करीब 100 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में संसाधनों को लेकर किसी तरह की कमी नहीं रखी जा रही है। 

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में श्री अशोक गहलोत ने अपने हर कार्यकाल में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हरसम्भव प्रयास किए हैं। इसी का परिणाम है कि उच्च शिक्षा में हमारा ग्रोस एनरोलमेंट तेजी से बढ़ा है। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र की प्रतिभाओं को निखारने तथा उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए गोविन्द गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय में एक्सेंटशन सर्विसेज को बढ़ावा मिले और इसके अनुरूप यहां का पाठयक्रम तैयार हो। उन्होंने उच्च शिक्षा में रिसर्च, टे्रनिंग और एक्सटेंशन सर्विसेज को बढ़ाने पर बल दिया। 

उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के प्रयासों से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हो रहा है। प्रदेश में वर्ष 2018 तक 250 राजकीय महाविद्यालय थे, लेकिन विगत दो साल में ही करीब 90 नए राजकीय महाविद्यालय प्रारम्भ कर मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को मूर्त रूप दिया है। 

जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्यमंत्री श्री अर्जुन सिंह बामनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ट्राइबल क्षेत्र में शिक्षा के विस्तार की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यहां की प्रतिभाओं को अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं राज्य प्रशासनिक सेवा में जाने के अवसर मिल सकें, इसके लिए निशुल्क कोचिंग जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। 

तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि जनजातीय क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उन्हें अवसर प्रदान कर आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पैरा मेडिकल कोर्स संचालित कर युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध करवाए जा सकते हैं। 

विधायक श्री महेन्द्र जीत सिंह मालवीय ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से इस क्षेत्र का तेजी से विकास हो रहा है। यहां के युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। बांसवाड़ा नगर परिषद के सभापति श्री जैनेन्द्र त्रिवेदी ने भी संबोधित किया।

कुलपति श्री आई.वी. त्रिवेदी ने विश्वविद्यालय की प्रगति एवं गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर शासन सचिव, उच्च शिक्षा श्रीमती शुचि शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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