कार्यालयों में सुशासन स्थापित कर आमजन को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं उपलब्ध करवाएं - संभागीय आयुक्त
- संभागीय आयुक्त कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों को दिए निर्देश
- सुबह 9.30 बजे कार्यालय पहुंचकर करें अनुशासन के साथ कार्य
जयपुर, 9 दिसम्बर। संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने बुधवार को अपने कार्यालय के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ बैठक कर राजकीय संस्थाओं व कार्यालयों में सुशासन स्थापित करने, गुणवत्तापूर्ण सेवाएं उपलब्ध करवाने एवं राज्य सरकार के निर्देशों की पालना कराने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त डॉ. शर्मा ने अधिकारी-कार्मिकों को मुख्यमंत्री एवं राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप समस्त विभागों के सभी कार्यक्रमों एवं योजनाओं की धरातल पर क्रियान्विति एवं संवेदनशील, पारदर्शी व जवाबदेह प्रशासन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को सुबह 9.30 बजे कार्यालय में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर अनुशासन के साथ कार्य करने के लिए पाबंद किया। उन्होंने कहा कि अवकाश पर रहने की स्थिति में पूर्व में अवकाश स्वीकृत करवाकर ही अवकाश पर जाएगें तथा इमरजेंसी की स्थिति में भी पूर्व में सूचित कर अवकाश पर रहेंगे। संभाग स्तरीय कार्यालयों की उपस्थिति वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से प्राप्त करने के लिए कार्मिक को नियुक्त किया गया। कार्यालय के सभी अधिकारी-कर्मचारी उन्हें आवंटित कार्य एवं दायित्व ईमानदारी एवं प्रवीणता से करेंगे।
जिलेवार पर्यवेक्षण दल गठित कर तहसीलदार को बनाया समग्र प्रभारी
संभागीय आयुक्त ने बताया कि संभाग के जिलों में अस्पतालों, स्कूलों, ग्राम पंचायत, पटवार घर, आंगनबाड़ी केन्द्र आदि समस्त राजकीय संस्थानों एवं राजकीय कार्यालयों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति की सुनिश्चितता, विभागों के पर्यवेक्षण कार्य, राजस्थान संपर्क पोर्टल एवं 181 हेल्पलाइन पर दर्ज प्रकरणों की समीक्षा व जांच के लिए जिलेवार पर्यवेक्षण दल गठित कर तहसीलदार डॉ. खुशबू शर्मा को समग्र प्रभारी बनाया गया है। इनकी ओर से आवंटित जिलों के सभी विभागों का पर्यवेक्षण किया जाएगा। साथ ही आवंटित जिलों का भ्रमण कर समस्त विभागों से संबंधित कार्यों की समीक्षा की जायेगी। जिलों के स्थानीय अखबारों में विभाग से संबंधित जो भी नकारात्मक खबर आयेगी, उसके संबंध में पूर्व जानकारी प्राप्त की जायेगी।
प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए होगा आईटी का उपयोग
डॉ. समित शर्मा ने बताया कि संभाग में प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए सूचना प्रोद्यौगिकी की तकनीकों का उपयोग करते हुए कार्य किया जाएगा। सभी योजनाओं व लोकसेवकों की ओर से प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की ओर से संपादित किए जाने वाले कार्य तथा उसकी समय सीमा अंकित कर सूची तैयार की जाएगी। सभी अधिकारी-कर्मचारियों के परिचय पत्र (आई कार्ड) बनाए जाएंगे।
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