राजस्थान गैस का लाभ दो गुणा बढ़ा, कोटा में मार्च तक दस हजार नए पाइपलाइन घरेलू गैस कनेक्शन - प्रमुख शासन सचिव, माइंस व पेट्रोलियम
जयपुर, 10 नवंबर। राजस्थान राज्य गैस लि. ने वर्ष 2020 में लाभदायकता में दोगुणीबढ़ोतरी करने के साथ ही खर्चों में उल्लेखनीय कमी की है। राजस्थान स्टेट गैस लि. के चेयरमेन और प्रमुख शासन सचिव माइंस व पेट्रोलियम श्री अजिताभ शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वित्तीय वर्ष 2020 में आरएसजीएल का लाभ 5 करोड़ 38 लाख से बढ़कर 12 करोड़ 63 लाख रुपए से अधिक हो गया है।
श्री शर्मा ने बताया कि कोटा में पाइपलाईन से 10 हजार नए घरेलू गैस कनेक्शन मार्च तक दिए जाएंगे वहीं दस हजार घरों में पाइपलाइन से घरेलू गैस का वितरण जारी है। उन्होंने राज्य में पाइपलाईन के माध्यम से घरेलू गैस का वितरण, उद्योगों के लिए गैस की आपूर्ति और सीएनजी स्टेशनों की स्थापना के कार्य को गति देने की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुए कहा कि इस समय राज्य के 19 शहरों में अलग-अलग कंपनियां इस कार्य को कर रही है।
प्रमुख सचिव एवं राजस्थान स्टेट गैस लि. के चेयरमेन श्री अजिताभ शर्मा ने यह जानकारी मंगलवार को खनिज भवन में आरएसजीएल की वेबिनार के माध्यम से आयोजित सातवीं वार्षिक साधारण सभा को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि बढ़ते प्रदूषण और लागत को देखते हुए पीएनजी और सीएनजी वितरण नेटवर्क विकसित कर गैस आपूर्ति आज की आवश्यकता है।
श्री शर्मा ने बताया कि आरएसजीएल द्वारा कोटा शहर में युद्धस्तर पर शहरी गैस वितरण व्यवस्था पर कार्य किया जा रहा है। कोटा शहर में 8 सीएनजी स्टेशनों की स्थापना कर 10 हजार घरों तक पाइपलाईन से घरेलू गैस का वितरण किया जा रहा है। अलवर के निमराना में मदर स्टेशन से उद्योगों व वाहनों को और जयपुर के डॉटर बूस्टर स्टेशन कूकस में की स्थापित कर वाहनों को सीएनजी उपलब्ध कराई जा रही है। आरएसजीएल द्वारा मध्यप्रदेश के ग्वालियर और श्योपुर में भी शहरी गैस वितरण व्यवस्था का नेटवर्क विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दोनों ही स्थानों पर एक-एक सीएनजी स्टेशन की स्थापना की जा चुकी है।
आरएसजीएल के एमडी श्री मोहन सिंह ने बताया किराजस्थान राज्य गैस लि. राज्य सरकार का गैल गैस लि. और राजस्थान स्टेट पेट्रोलियम कारपोरेशन लि. की 50-50 प्रतिशत भागीदारी का संयुक्त उपक्रम है। आरएसजीएल द्वारा राजस्थान और प्रदेश के बाहर भी रिटेल गैस वितरण आधारभूत संरचना तैयार करने के लिए गठन किया गया है।
एमडी श्री मोहन सिंह ने बताया किसी एनजी स्टेशन के दोहरीकरण और बेहतर वित्तीय प्रबंधन से खर्चों में कमी अधिक राजस्व प्राप्ति के सकारात्मक प्रयास से कर पूर्व लाभ, कर बाद लाभ और प्रति शेयर आय में 130 प्रतिशत से भी अधिक की उपलब्धि अर्जित की गई है।
एजीएम में गैल से निदेशक कपिल जैन, आएसपीसीएल के राजेन्द्र राव से अरुण सिंह, गौरव जैन, रवि अग्रवाल, शैलेष सोनगरा, दीप्तांशु पारीक, गगनदीप शर्मा आदि ने हिस्सा लिया।
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