कोरोना से लड़ाई में मास्क ही वैक्सीन : अजमेर प्रभारी मंत्री एवं चिकित्सा मंत्री ने ली समीक्षा बैठक - कोरोना और पोस्ट कोरोना केयर को सर्वाधिक महत्व देने के निर्देश, कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में और तेज होगा जागरूकता अभियान
जयपुर, 7 अक्टूबर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के निर्देश में पूरा राजस्थान एकजुट होकर कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ रहा है। महामारी से बचाव ही उपचार है और मास्क ही वैक्सीन। हमें यह बात समझनी होगी कि प्रत्येक व्यक्ति को इस महामारी से बच कर रहना जरूरी है। कोरोना प्रभावित व्यक्तियों को सम्पूर्ण उपचार मुहैया कराया जाए और कोरोना से रिकवर होने वालो का भी आगामी कुछ समय तक ध्यान रखा जाए। अस्पताल में ऑक्सीजन और दवाओं की कोई कमी नहीं है। मरीजों और परिजनों को नियमित काउसंलिंग की जाए ताकि वे हतोत्साहित नहीं हो।
यह बात बुधवार को कृषि मंत्री एवं अजमेर जिला प्रभारी मंत्री श्री लालचंद कटारिया और चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा द्वारा जिले में कोरोना महामारी से बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा बैठक में उभर कर सामने आई। बैठक में प्रभारी मंत्री श्री कटारिया एवं चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा ने अजमेर जिले में कोविड संक्रमण रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों और आगामी कार्य योजना की समीक्षा की।
उन्होंने राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में भर्ती पॉजीटिव मरीजों की संख्या एवं वेंटीलेटर पर मरीजों की संख्या में कमी पर संतोष जाहिर करते हुए निर्देश दिए कि कोरोना वार्ड में प्रत्येक बैड पर ऑक्सीजन की सुविधा हो। यहां नर्सिंग स्टाफ को बुलाने वाली घंटी का डिस्पले और सीसीटीवी सुविधा का भी विशेष ध्यान रखा जाए। इसके साथ ही लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट का काम भी तेज गति से पूरा करवाया जाए। अस्पताल में 70 वेंटीलेटर है लेकिन अब कोई मरीज वेंटीलेटर पर नहीं है। मरीज के लक्षणों को प्रारम्भिक अवस्था में ही पहचान कर उपचार की समुचित व्यवस्था की जाए।
श्री कटारिया और डॉ. शर्मा ने प्रशासन को निर्देश दिए कि जो निजी अस्पताल कोविड का उपचार और जांच करने से इनकार कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त रवैया अपनाया जाए। राज्य सरकार ने कोविड टेस्ट के 1200 रूपए और सीटी स्कैन के 1700 रूपए तय किए हैं, यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई अस्पताल इससे ज्यादा राशि ना ले। उन्होंने कहा कि रिकवर हो चुके ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग क्षमता का अधिकतम उपयोग किया जाए।
बैठक में चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा ने चिकित्सा विभाग से प्लाज्मा, रेमेडीसीवर एवं अन्य जीवन रक्षक दवाओं के उपयोग एवं उनके प्रभाव पर विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि चिकित्सक गंभीर प्रकृति वाले मरीजों को प्रारम्भिक अवस्था में ही इन दवाओं की डोज दें।
अजमेर जिला प्रभारी मंत्री श्री कटारिया ने कहा कि अजमेर के अतिरिक्त अन्य शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में डिस्पेंसरियों पर भी कोविड सैम्पलिंग की व्यवस्था को चाक चौबंद रखा जाए। राज्य सरकार ने आमजन को उनके घर के नजदीक ही चिकित्सा व दवा उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल ओपीडी वैन की सुविधा शुरू की है। इनका अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जाए। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय व अन्य अस्पतालों में कोरोना के अलावा भी ओपीडी व भर्ती मरीजों के उपचार को पूरी गति से जारी रखा जाए।
बैठक में चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक सीएचसी को सर्वसुविधा युक्त बनाना है। इसके लिए स्थानीय विधायक और जन प्रतिनिधियों से चर्चा की जाए। विधायक कोष के जरिए इनका विकास किया जाए। राज्य सरकार ने सीएचसी में सुविधाओं के लिए उपकरणों की सूची तैयार की है। इन सभी उपकरणों को खरीद व उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जिला कलक्टर चिकित्सा से संबंधित इन सभी सुविधाओं और विकास कार्यों की उपलब्धता की लगातार मॉनिटरिंग करें। उन्होंने निर्देश दिए कि एम्बूलेंस खरीद को भी प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने 181 सुविधा और हैल्प डेस्क व्यवस्था की भी समीक्षा की।
अजमेर प्रभारी सचिव श्री भवानी सिंह देथा ने बैठक में जिले में किए गए कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बैठक में दिए गए निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जाए। संभागीय आयुक्त डॉ. आरूषि मलिक ने बताया कि निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों के उपचार के लिए निर्देशित किया गया है। अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है।
अजमेर जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित ने जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव और जागरूकता अभियान के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जेएलएन चिकित्सालय में आमजन की सुविधा के लिये कोविड-19 आईसीयू में बैड की संख्या बढाकर 200 पलंग की व्यवस्था की गई है। कोविड वार्ड की स्थापना कर 300 बैडेड कोविड केयर वार्ड की स्थापना की गई है। चिकित्सालय में 02 कोविड हैल्प डेस्क स्थापित की गई है। परिजनों के लिये मनोचिकित्सक द्वारा काउंसलिंग की जा रही है।
बैठक में मसूदा विधायक श्री राकेश पारीक और किशनगढ विधायक श्री सुरेश टांक ने चिकित्सा एवं अन्य व्यवस्थाओं से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव दिए। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए कि जन प्रतिनिधियों के सुझाावों पर अमल किया जाए। बैठक में कृषि, फसल बीमार, गिरदावरी एवं अन्य विषयों पर भी चर्चा की गई। बैठक में अजमेर पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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