राज्य स्तरीय नार्को कोर्डिनेशन सेंटर की बैठक आयोजित : नशीले पदार्थो का सेवन गंभीर सामाजिक समस्या - मुख्य सचिव
जयपुर, 24 सितम्बर। मुख्य सचिव श्री राजीव स्वरूप ने कहा कि नशीले पदार्थो से युक्त दवाइयों का दुरूपयोग एवं मादक पदार्थो की तस्करी एक ज्वलंत सामाजिक समस्या हो गई है। जिसकी रोकथाम के प्रति राज्य सरकार बेहद गंभीर हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी ड्रग कानून प्रवर्तन एजेंसियां आपसी समन्वय के साथ इस समस्या के उन्मूलन के लिए एक प्रभावी रणनीति बनाएं।
मुख्य सचिव गुरूवार को यहाँ शासन सचिवालय में वी.सी के माध्यम से आयोजित राज्य स्तरीय नार्को कोर्डिनेशन सेंटर की द्वितीय बैठक को संबोधित कर रहे थे।
श्री स्वरूप ने कहा कि नशीली दवाओं और पदार्थो का सेवन युवा पीढ़ी के लिए धीमें जहर का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस समस्या को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से ही केन्द्र सरकार द्वारा एन.सी.ओ आर.डी का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि फारमा-ड्रग्स के दुरूपयोग की रोकथाम के लिए हमें राज्य में कडे़ कदम उठाने होंगे जिसमें स्टेट ड्रग कंट्रोलर की अहम भूमिका होगी। मुख्य सचिव ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को नशीली दवाओं के दुरूपयोग और तस्करी को रोकने एवं प्रदेश के लिए ठोस व्यावहारिक कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह, श्री अभय कुमार ने कहा कि प्रदेश में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एस.ओ.जी) का गठन किया गया है, जो कि ड्रग संबंधित मुद्दों पर कार्यवाही करेंगी।
बैठक में 21 जनवरी, 2020 को हुई प्रथम राज्य स्तरीय एन.सी.ओ.आर.डी की बैठक के बिदुओं पर हुई कार्यवाही की समीक्षा भी की गई। बैठक में राज्य में अफीम पोस्ता की खेती के उपरांत पोस्ता- स्ट्रा का नाश करने की नीति पर और राज्य में साइकोट्रोपिक पदार्थो की बढ़ती अवैध खपत की समस्या का मुकाबला करने में महिलाओं और युवाओं की भागीदारी पर भी चर्चा की गई।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एव स्वास्थ्य, श्री अखिल अरोडा सहित सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सी.बी.आई, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, आदि विभागों के उच्च अधिकारी वी.सी के माध्यम में उपस्थित थे।
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