भरतपुर क्षेत्र की पेयजल समीक्षा बैठक : तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री ने भरतपुर के प्रत्येक गांव और शहरी इलाकों के प्रत्येक घर में पानी पहुंचाने के दिए निर्देश
जयपुर, 16 सितम्बर। तकनीकी शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री ने भरतपुर जिले के प्रत्येक गांव एवं शहरी क्षेत्र के प्रत्येक घर में पेयजल पहुंचाने के संकल्प को व्यक्त करते हुए अधिकारियों को इसके लिए त्वरित प्रभाव से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने भरतपुर में जल जीवन मिशन योजना, चम्बल परियोजना जैसी योजनाओं की प्रगति पर असंतोष जताते हुए कहा कि भरतपुर क्षेत्र में घर-घर तक पेयजल पहुंचाने की योजनाओं को दिसम्बर तक पूर्ण किया जाए।
तकनीकी शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री ने बुधवार को सचिवालय स्थित मंत्रालयिक भवन में चम्बल धौलपुर भरतपुर परियोजना के अन्तर्गत चम्बल की स्वच्छ पेयजल योजनाओं की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में उन्होंने अधिकारियों तथा परियोजनाओं पर कार्य कर रही कंपनियों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे भरतपुर क्षेत्र में पेयजल योजनाओं को दिसम्बर तक पूर्ण कर क्षेत्रवासियों को लाभान्वित करें।
डॉ. गर्ग ने भरतपुर क्षेत्र के 97 गांव की पेयजल योजना का कार्य कर रही मैसर्स एसपीएमएल इन्फा॰ लिमिटेड दिल्ली के अधिकारियों को परियोजना की प्रगति पर असंतोष जताया। उन्होंने कहा कि इस कार्य का कार्यादेश 29 जनवरी, 2016 को जारी किया गया एवं यह कार्य आदेशानुसार 07 फरवरी, 2018 को पूर्ण किया जाना था। कार्य मे प्रगति लाने के लिए फर्म के निवेदन पर कार्य मैसर्स श्रीहरि इन्फा॰ लिमिटेड को 19 अप्रैल, 2018 को सबलेट करने की स्वीकृति दी गई। किन्तु फिर भी परियोजना की प्रगति 82 प्रतिशत ही है।
मंत्री ने भरतपुर जिले के 226 गांव की क्षेत्रीय पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि यह कार्य मैसर्स प्रतिभा इन्फ्रा॰ लिमिटेड मुम्बई को आवंटित है। इस कार्य का कार्यादेश 23 सितम्बर, 2013 को जारी किया गया एवं यह कार्य 02 अपै्रल, 2016 को पूर्ण किया जाना था। कार्य में प्रगति लाने के लिए फर्म के निवेदन पर कार्य मैसर्स सूर्यदीप इंजी. प्रा॰ लिमिटेड को 03 अक्टूबर, 2019 को सबलेट करने की स्वीकृति दी गई। किन्तु परियोजना की प्रगति 43 प्रतिशत ही है।
डॉ. गर्ग ने 63 गांव की क्षेत्रीय पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि यह कार्य मैसर्स प्रतिभा पीसी॰ प्रा0 लि0 चैन्नई को आवंटित है। इस कार्य का कार्यादेश दिनांक 17 जुलाई, 2013 को जारी किया गया एवं यह कार्य आदेशानुसार 26 जुलाई, 2015 को पूर्ण किया जाना था। कार्य में प्रगति लाने के लिए फर्म के निवेदन पर कार्य मैसर्स बिहानी कन्स्ट्रक्शन प्रा. लि. को 01 मई, 2017 को सबलेट करने की स्वीकृति दी गई। इस परियोजना के अन्तर्गत विधानसभा क्षेत्र भरतपुर के चार गांव सम्मिलित है जिनमें से दो गांवों में जल वितरण प्रारम्भ कर दिया गया है। शेष दो गांवों को सितम्बर, नवम्बर 2020 तक लाभान्वित किया जाना सम्भावित है। परियोजना की प्रगति 73 प्रतिशत ही है। उन्होंने सभी फर्मों द्वारा धीमी गति से कार्य करने के कारण योजना का कार्य पूर्ण होने में देरी होने पर असंतोष जताते हुए उक्त सभी कार्यो को दिसम्बर तक पूर्ण कर क्षेत्र के लोगों को लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए।
बैठक में विशिष्ठ परियोजना अभियंता श्री सीएम चैहान, मुख्य अभियंता ग्रामीण श्री आर.के. मीणा, तथा भरतपुर क्षेत्र की पेयजल परियोजनाओं एवं जलदाय विभाग के अधिकारियों, पेयजल परियोजनाओं के अन्तर्गत कार्य कर रही कम्पनियों के अधिकारियों की उपस्थिति में उन्होंने भरतपुर क्षेत्र में हैण्डपम्प, ट्यूबवैल, सोलर पम्प आदि पेयजल सुविधाओं के सम्बन्ध में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
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