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उद्योगों के विकास हेतु रूपरेखा तैयार करें - राज्यपाल


जयपुर, 15 सितम्बर। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि बदली हुई परिस्थितियों में इंजीनियरिंग संकाय के विद्यार्थियों में तकनीकी दक्षता बढाने हेतु कार्यशाला, सेमिनार एवं व्याख्यानमाला का ऑनलाइन आयोजन किया जाना आवश्यक है। इससे राज्य में तकनीकी दक्षता का विकास होगा। नवाचार होंगे। राज्य को इसका लाभ मिलेगा। दि इस्टीटयूशन ऑॅफ इंजीनियर्स को बदलती हुई स्थितियों पर अनुसंधान करना होगा। समय के अनुरूप आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए भविष्य के लिए उघोग धन्धों के विकास हेतु रूपरेखा तैयार करे और आत्मनिर्भर भारत के लिए राज्य के तकनीकी विश्वविद्यालयों से एम.ओ.यू. करे।

राज्यपाल श्री मिश्र मंगलवार को यहां राजभवन से दि इस्टीटयूशन ऑॅफ इंजीनियर्स द्वारा आयोजित 53 वें इंजीनियर दिवस समारोह को वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने इंजीनियर्स को इस आभासी समारोह में सम्मानित किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर संविधान की प्रस्तावना और कर्तव्यों का वाचन भी कराया। राज्यपाल ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी ने जीवन के प्रत्येक स्तर पर स्थितियां बदल दी हैं। ऎसी स्थिति में देश के इंजीनियर्स पर महती जिम्मेदारी है। हमें देश को मजबूत बनाना है। देश की प्रतिभाओं को आगे बढाना है। उनके द्वारा किये गये कार्यो को समाज और देश के सामने लाना होगा। हमें लोकल को प्राथमिकता देनी होगी। लोकल के लिए वोकल होना ही होगा। लोकल को ग्लोबल बनाने के प्रयास करने होंगे। 

राज्यपाल ने कहा कि स्थानीय प्रतिभाओं को स्थानीय स्तर पर संसाधन उपलब्ध कराने होंगे ताकि स्थानीय स्तर पर ही उत्पाद तैयार हो सके। इंजीनियर्स का दायित्व है कि वे उत्पादन की पूरी प्रक्रिया को सामाजिक, आर्थिक और विज्ञान की दृष्टि से सभी पहलुओं का परीक्षण कर लें ताकि यह लोकल उत्पाद ग्लोबल बन सके। श्री मिश्र ने कहा कि कोरोना काल ने हमें बहुत कुछ सीखा दिया है। गांवों में रोजगार के साधन सुलभ कराने होंगे ताकि गांवों से लोगों का रोजगार के लिए पलायन न हो सके। हमें गांवों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उघोग धन्धों को बढावा देना होगा। लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलेगा। इससे ना केवल गांव बल्कि देश मजबूत हो सकेगा। 

राज्यपाल ने कहा कि इंजीनियर्स आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रयास करें। लोगों के मन में और समाज में आत्मनिर्भर भारत के लिए वातावरण का निर्माण करें ताकि युवा स्वरोजगार के लिए छोटे-छोटे उद्योगों को स्थानीय स्तर पर आरम्भ कर सकें। 

समारोह को श्री टी एम गनाराजा ने भी सम्बोधित किया। आई ई आई के राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष श्री सज्जन सिंह यादव ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। आभार श्री जी आर भंसाली ने व्यक्त किया। संचालन श्री रवि कुमार गोयल ने किया।

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