खनन क्षेत्र में राजस्व बढ़ाने और छीजत को रोकने के सख्त निर्देश – एसीएस, माइन्स
जयपुर, 11 अगस्त। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइन्स एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने अधिकारियों को खनन क्षेत्र में राजस्व में बढ़ोतरी और छीजत को रोकने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अवैद्य खनन पर प्रभावी रोक लगाने के साथ ही निर्धारित मात्रा से अधिक मात्रा में खनिजों के परिवहन आदि से होने वाली राजस्व की हानि को कारगर तरीके से रोकना होगा।
एसीएस माइन्स डॉ. सुबोध अग्रवाल मंगलवार को खनिज भवन में खान विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से सोच व कार्यशैली में बदलाव लाने पर जोर देते हुए कहा कि शतप्रतिशत राजस्व वसूली के साथ ही राजस्व में और अधिक बढ़ोतरी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान देश के प्रमुख खनिज संपदा संपन्न प्रदेशों में से एक है। राज्य में लेड जिंक, रॉक फास्फेट, आयरन ओर, कॉपर, सिल्वर, लाइम स्टोन आदि के साथ ही सेंड स्टोन, मार्बल, ग्रेनाइट, मैसेनरी स्टोन, सोप स्टोन, फेल्सपार आदि की खनन गतिविधियां संचालित हो रही है।
डॉ. अग्रवाल ने बजट घोषणाओं, जनघोषणा की बिन्दुओं, मुख्य मंत्री और खान मंत्री की घोषणाओं व निर्देशों की समयवद्ध क्रियान्विति, विधानसभा प्रश्नों, आश्वासनों और ध्यानाकर्षण प्रस्तावों का समय पर उत्तर भिजवाने और न्यायालयों के निर्णित प्रकरणों में पालना अथवा अपील सहित विचाराधीन प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण करवाने के निर्देश दिए।
एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने एमसैण्ड नीति को शीघ्र अंतिम रुप देने, पुराने बकाया की वसूली के लिए एमनेस्टी स्कीम, नए खनन प्लॉट तैयार कर ई ऑक्शन व खनिज भण्डारों की खोज कार्य में तेजी लाने को कहा।
निदेशक माइन्स श्री कुज बिहारी पण्ड्या ने विस्तार से विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में उपसचिव माइंन्स नीतू बारुपाल, माइन्स विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री अजय शर्मा, श्री बीएस सोढ़ा, अधिक्षण भूविज्ञानी श्री आलोक जैन, ओएसडी श्री संजय दुबे, श्री एमपी मीणा, डीएलआर श्री गजेन्द्र सिंह, सहायक सचिव श्री शंभू दयाल प्रजापती, श्री रामकिशोर मीणा व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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