राजस्थान मदरसा बोर्ड विधेयक, 2020 ध्वनिमत से पारित
जयपुर, 24 अगस्त। राजस्थान विधानसभा ने सोमवार को राजस्थान मदरसा बोर्ड विधेयक, 2020 को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
प्रारम्भ में अल्पसंख्यक मामलात मंत्री श्री शाले मोहम्मद ने विधेयक को चर्चा के लिए सदन में प्रस्तुत किया। विधेयक पर चर्चा के बाद उसके उद्देश्यों व कारणों पर प्रकाश डालते हुए श्री शाले मोहम्मद ने कहा कि मदरसा बोर्ड के द्वारा दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम एवं आधुनिक तकनीकी शिक्षा के समायोजन से उर्दू अध्ययन व शिक्षण को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा।
मंत्री श्री शाले मोहम्मद ने कहा कि पूर्व में 2003 में इस बोर्ड का गठन किया गया था। अब इस विधेयक से मदरसों को वैधानिक दर्जा मिल पायेगा। इससे प्रदेश में 1 लाख 94 हजार अध्ययनरत बच्चों को दी जा रही तालीम की गुणवत्ता में बढ़ोतरी होगी। आज अरसे बाद इस दिशा में सकारात्मक प्रयास किया गया है जो निश्चित रूप से मदरसा शिक्षा के क्षेत्र में कारगर सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि उर्दू हिन्दुस्तान की लोकप्रिय जुबान है। इस विधेयक से मदरसों का कायापलट होगा और तालीम की यह रोशनी मुल्क की तरक्की में सहायक साबित होगी।
इससे पहले सदन ने विधेयक को जनमत जानने के लिए प्रचारित करने के प्रस्ताव को ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया।
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