मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा, ‘पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना घोषित हो राष्ट्रीय परियोजना’
जयपुर, 8 जुलाई। मुख्यमंत्री
श्री अशोक
गहलोत ने
प्रधानमंत्री श्री
नरेन्द्र मोदी
को पत्र
लिखकर राज्य
की महत्वाकांक्षी
पूर्वी राजस्थान
नहर परियोजना
(ईआरसीपी) को राष्ट्रीय
परियोजना घोषित
करने की
मांग की
है। लगभग
37
हजार 247 करोड़
रूपये की
लागत वाले
इस प्रोजेक्ट
से राज्य
के 13 जिलों
में पेयजल
तथा 2.8 लाख
हैक्टयर क्षेत्र
में सिंचाई
के लिए
पानी की
उपलब्धता सुनिश्चित
होगी।
श्री
गहलोत ने
पत्र में
लिखा कि
ईआरसीपी की
विस्तृत परियोजना
रिपोर्ट (डीपीआर)
नवम्बर 2017 में
आवश्यक अनुमोदन
के लिए
केन्द्रीय जल
आयोग को
भेजी जा
चुकी है।
उन्होंने आग्रह
किया कि
इस योजना
को जल्द
से जल्द
ही राष्ट्रीय
परियोजना घोषित
किया जाए।
मुख्यमंत्री
ने कहा
है कि
केन्द्र सरकार
ने पूर्व
में 16 विभिन्न
बहुउद्देशीय सिंचाई
परियोजनाओं को
राष्ट्रीय परियोजना
का दर्जा
दिया है, लेकिन राजस्थान
की किसी
भी बहुउद्देशीय
सिंचाई परियोजना
को यह
दर्जा प्राप्त
नहीं हुआ
है। प्रदेश
के कई
जिलों में
पेयजल की
गंभीर समस्या
के चलते
इस प्रोजेक्ट
को राष्ट्रीय
परियोजना का
दर्जा देना
और इसकी
जल्द क्रियान्विति
सुनिश्चित करना
आवश्यक है।
उल्लेखनीय है कि ईआरसीपी परियोजना से झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, जयपुर, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर एवं धौलपुर जिलों को वर्ष 2051 तक पीने तथा सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। ईआरसीपी की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के अनुसार, परियोजना से मॉनसून के दौरान कुन्नू, कुल, पार्वती, कालीसिंध एवं मेज नदियों के सब बेसिन के अधिशेष जल को बनास, मोरेल, बाणगंगा, गंभीर एवं पार्बती नदियों के सब बेसिन में पहुंचाया जाना है।
No comments