सहकारिता में मॉनिटरिंग के लिए प्रभावी तंत्र विकसित किया जाएगा, फीडबैक एवं सुझावों के आधार पर योजना बनाएं
जयपुर, 7 जुलाई। रजिस्ट्रार
सहकारिता श्री
मुक्तानन्द अग्रवाल
ने कहा
कि राज्य
सरकार की
योजनाओं एवं
विभागीय निर्देशोंं
की पालना
एवं मॉनिटरिंग
के लिए
प्रभावी तंत्र
विकसित किया
जाएगा। लापरवाही
किसी भी
स्तर पर
बर्दाश्त नहीं
की जाएगी।
उन्होंने कहा
कि सभी
अधिकारी आपसी
सहयोग एवं
समन्वय के
साथ कार्य
करते हुए
अपनी जिम्मेदारी
का निवर्हन
करें।
श्री
अग्रवाल मंगलवार
को सहकार
भवन में
फंक्शनल अधिकारियों
की समीक्षा
बैठक को
संबोधित कर
रहे थे।
उन्होंने कहा
कि योजनाओं
का निर्माण
इस प्रकार
से किया
जाए कि
धरातल पर
बैठे व्यक्ति
की आवश्यकताऎं
पूरी हो
सकें। जिस
भी वर्ग
के लिए
योजना जारी
की जा
रही है।
उसके लिए
फीडबैक एवं
सुझावों को
जानना अति
आवश्यक है।
रजिस्ट्रार
ने फसली
ऋण वितरण
की प्रक्रिया, राज सहकार
पोर्टल की
प्रगति के
बारे में
विस्तार से
जानकारी ली।
उन्होंने कहा
कि पात्र
किसान को
समय पर
फसली ऋण
वितरण हो
इसे सुनिश्चित
किया जाए।
उन्होंने कहा
कि यूसीबी
की मॉनिटरिंग
के लिए
तंत्र विकसित
किया जाए, जिससे लोगों
के साथ
होने वाली
धोखाधड़ी को
रोका जा
सकें। स्पिनफैड
के अवसायन
हेतु कार्ययोजना
बनाने के
लिए आवश्यक
को निर्देशित
किया गया।
उन्होंने
निर्देश दिए
कि शिकायतों
के त्वरित
निस्तारण की
मॉनिटरिंग की
जाए। उन्होंने
निर्देश दिए
कि राज्य
सरकार द्वारा
आवंटित विभागीय
बजट का
समय पर
व्यय होना
आवश्यक है।
इसमें लापरवाही
बरतने पर
सख्त कार्यवाही
अमल में
लाई जायेगी।
रजिस्ट्रार ने
कहा कि
बजट के
बिना होने
वाले कार्यो
को तीव्र
गति से
पूरा किया
जाए। उन्होंने
निर्देश दिए
कि कार्मिकों
की पदोन्नति
समय पर
हो। उन्होंने
निर्देश दिए
कि लंबित
पदोन्नति को
शीघ्र पूरा
करें एवं
वरिष्ठता सूची
जारी करें।
बैठक में वित्तीय सलाहकार डॉ. एम.एल. गुप्ता, अतिरिक्त रजिस्ट्रार (द्वितीय) श्री जी.एल. स्वामी, एमओआईसीडीपी श्री विद्याधर गोदारा, अतिरिक्त रजिस्ट्रार (मार्केटिंग) श्री एम.पी. यादव, अतिरिक्त रजिस्ट्रार (मानव संसाधन) श्रीमती शिल्पी पाण्डे, अतिरिक्त रजिस्ट्रार (बैंकिंग) श्री भोमाराम, अतिरिक्त रजिस्ट्रार प्रोसेसिंग श्री पंकज अग्रवाल, तकनीकी सहायक, रजिस्ट्रार श्रीमती सोनल माथुर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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