कोविड-19 जागरुकता अभियान का दिखने लगा है असर
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पूरे देश
में हैं
कोरोना जागरुकता
अभियान की
सफलता के
चर्चे
जयपुर, 6 जुलाई। कोरोना
महामारी के
संक्रमण को
फैलने से
रोकने के
लिए इस
बीमारी के
बारे में
लोगों को
जागरुक करना
आवश्यक है।
इसी सोच
के साथ
मुख्यमंत्री श्री
अशोक गहलोत
ने प्रदेश
में कोविड-19 जागरुकता अभियान
की शुरुआत
की। पूरे
प्रदेश में
यह अभियान
21
जून 2020 से
7
जुलाई 2020 तक
चलाया गया।
इस अभियान
की खास
बात रही
कि इस
अभियान ने
प्रदेश के
गांव-गांव, ढाणी-ढाणी
और मोहल्ले-मोहल्ले
तक लोगों
को कोरोना
महामारी के
बारे में
जागरुक किया।
सूचना
एवं जनसम्पर्क
आयुक्त श्री
महेन्द्र सोनी
ने बताया
कि जब
यह अभियान
शुरू हुआ
तो मुख्यमंत्री
श्री गहलोत
ने अपील
की कि
प्रदेश में
शुरू होने
वाले कोविड-19 जागरुकता अभियान
में सभी
जनप्रतिनिधि, सामाजिक
संगठन, राज्य
सेवाकर्मी और
आमजन सक्रिय
रूप से
भागीदारी दें
और कोरोना
वारियर्स की
भूमिका निभाने
का संकल्प
ले। इसी
का नतीजा
रहा है
कि प्रदेश
के 40 हजार
गांवों और
7500
वाडोर्ं तक
संदेश पहुंच
चुका है
कि कोरोना
से डरना
नहीं है, सतर्क रहना
है। मुख्यमंत्री
के एक
आह््वान पर
पूरा राजस्थान
कोरोना को
हराने के
लिए एक
जुट हो
चुका है, सभी जरूरी
सावधानियां बरती
जा रही
हैं, राजस्थान
का हर
नागरिक सतर्क
है। जागरुकता
अभियान का
ही नतीजा
है कि
प्रदेश में
कोरोना संक्रमण
का फैलाव
रूका है
तथा सक्रिय
केसेज की
संख्या भी
ज्यादा नहीं
बढ़ी।
इस
अभियान का
ही परिणाम
रहा कि
हर प्रदेशवासी
को पता
है कि
कोरोना से
बचाव के
लिए बिना
मास्क के
बाहर नहीं
निकलना है, आपस में
दो गज
की दूरी
बनाए रखनी
है, नियमित
अंतराल पर
हाथ धोने हैं
और सार्वजनिक
स्थानों पर
नहीं थूकना
है। अब
प्रदेशवासी कोरोना
से जागरुक
है, वह
सावधान है, सतर्क है, पर घबराया
नहीं है।
जिला प्रशासन
और सभी
जिलों के
सूचना एवं
जनसम्पर्क अधिकारियों
की मेहनत
का ही
नतीजा है
कि यह
अभियान राष्ट्रीय
चर्चा का
विषय बन
चुका है। देश
की कई
सरकारों को
प्रेरणा मिली
है कि
वे भी
राजस्थान सरकार
की तरह
अपने-अपने राज्यों
में कोरोना
जागरुकता अभियान
चलाएं।
सूचना
एवं जनसम्पर्क
मंत्री श्री
रघु शर्मा
की ठोस
प्लानिंग का
नतीजा रहा
है कि
कोरोना से
बचाव का
यह अभियान
पूरे देश
के लिए
एक मॉडल अभियान
बन चुका
है। इस
अभियान में
हर व्यक्ति
को जोड़ा
गया। इस
अभियान में
सोशल डिस्टेंसिंग
रखते हुए
विभिन्न कार्यक्रमों
का आयोजन
हुआ। जिला
स्तर पर
स्थानीय लोक
कलाओं के
माध्यमों से
लोगों को
कोरोना से
बचाव के
लिए प्रेरित
किया गया।
उल्लेखनीय
है कि
शुरुआत में
कोविड-19 जागरुकता
अभियान की
अवधि 21 जून
2020
से 30 जून
2020
तक थी, पर लोगों
का कोरोना
जागरुकता के
प्रति जबर्दस्त
उत्साह देखते
हुए इसे
बढ़ाकर 7 जुलाई
2020
कर दिया
गया।
तीन
दिवसीय विशेष
कार्यक्रमों का
आयोजन
कोविड-19 जागरुकता अभियान
के अंतर्गत
सभी जिलों
में तीन
दिवसीय विशेष
कार्यक्रमों का
आयोजन हुआ।
28
जून 2020 को
सभी जिलों
के शहर, कस्बों और
गांवों के
मुख्य चौराहों
पर रंगोली
बनाई गई।
आकर्षक रंगोली
के साथ
कोरोना के
संदेशों ने
हर किसी
का मन
मोह लिया।
29
जून 2020 को
जिले के
लोगों ने
मास्क लगाकर
अपने मोबाइल
फोन से
सेल्फी ली
और ''मैं
सतर्क हूं''
हैशटैग के
साथ अपने
फेसबुक, ट्विटर
और इंस्टाग्राम
के अकाउंट
पर अपलोड
की। इस
गतिविधियों को
खास तौर
पर युवाओं
ने काफी
सराहा। इंटरनेट
की दुनिया
में ''मैं
सतर्क हूं''
के हैशटैग
के साथ
राजस्थान सरकार
के कोरोना
से बचाव
के प्रयासों
की प्रशंसा
होने लगी
है।
30 जून 2020 को
जिलों के
निवासियों ने
कोरोना वॉरियर्स
शपथ ग्रहण
की और
कोरोना महामारी
के बीच
में अपना
कर्तव्य पूरा
करने की
प्रतिज्ञा ली।
इस दिन
जनसहयोग से
मास्क वितरण
के कार्यक्रम
भी आयोजित
किए गए।
प्रदर्शनी
का आयोजन
सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त श्री सोनी ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोगों को जागरुक व प्रेरित करने के लिए सभी जिलों में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सौजन्य से 1 जुलाई 2020 से एक माह तक चलने वाली प्रदर्शनी जिला सूचना केंद्र अथवा जिले के प्रमुख स्थल पर आयोजित की गई है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को कोरोना महामारी से बचने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। प्रदर्शनी में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा तैयार की गई अपील, विज्ञापन और अन्य प्रचार सामग्रियों को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी स्थल पर सेल्फी स्टैंड, कोरोना से बचाव का संदेश देती रंगोली, कोरोना के प्रति जागरुक करने वाले ऑडियो-वीडियो संदेश भी युवाओं को काफी पसंद आ रहे है।
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