गुणवत्ता नियंत्रण सप्ताह में पीडब्ल्यूडी ने 1,651निरीक्षण और 5,590 गुणवत्ता परीक्षण किए निर्माण कार्यों में गुणवत्ता नहीं मिलने पर होगी कार्रवाई - उप मुख्यमंत्री
जयपुर, 7 जुलाई। उप मुख्यमंत्री श्री सचिन पायलट
ने कहा कि सार्वजनिक निर्माण विभाग के गुणवत्ता नियंत्रण सप्ताह के दौरान विभाग के
मुख्य अभियंताओं से लेकर अधिशाषी अभियंताओं ने एक हजार 651 कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा
कि इस दौरान किए गए कुल 5 हजार 590 गुणवत्ता परीक्षणों में से 5 हजार 325 परीक्षण
निर्धारित मापदंडों के अनुसार पाए गए। उन्होंने कहा कि परीक्षण में जो 174 कार्य गुणवत्ता मापदंडो के अनुरूप नहीं
पाए गए हैं, उनके सम्बंध में
नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।
श्री पायलट ने कहा कि
विभाग द्वारा प्रदेशभर में किए गए निरीक्षणों और गुणवत्ता परीक्षणों से विभाग के
निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में सकारात्मक बदलाव आएंगे। उन्होंने कहा कि
गुणवत्ता नियंत्रण सप्ताह में मुख्य अभियंताओं ने 12, अतिरिक्त
मुख्य अभियंताओं ने 56, अधीक्षण अभियंताओं ने
एक हजार 457 तथा विद्युत अनुभाग
ने 126 निरीक्षण किए हैं।
श्री पायलट ने कहा कि
विभाग के 6 निर्माण कार्यों का
विभिन्न अभियांत्रिकी महाविद्यालयों के विशेषज्ञ व्याख्याताओं से भी गुणवत्ता
परीक्षण करवाया गया है। विभाग के वरिष्ठ अभियंताओं ने मुख्यालय, सम्भाग तथा जिला स्तर पर संचालित सभी
गुण नियंत्रण प्रयोगशालाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि प्रयोगशालाओं को
अपग्रेड करने के लिए विभिन्न उपकरण उपलब्ध करवाने की कार्यवाही भी शीघ्र की जाएगी।
उन्होंने बताया कि
विभागीय अभियंताओं को नई तकनीकों की जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए 26 जून को संभाग एवं जिला स्तर पर कुल 32 कार्यशालाएं आयोजित की गई थी। वहीं
बिटुमिन और सीमेंट कंक्रीट सड़क निर्माण की नवीनतम तकनीक की जानकारी देने के लिए 27 जून को एक वेबीनार भी आयोजित की गई।
उप मुख्यमंत्री श्री पायलट ने स्वयं भी गुणवत्ता नियंत्रण सप्ताह के दूसरे ही दिन बस्सी-तुंगा सड़क का निरीक्षण किया था। इस सड़क में बिटुमिन की मात्रा और अन्य परीक्षणों के लिए सड़क का एक कोर काट कर परीक्षण के लिए भेजा गया था। इस कोर का केंद्रीय प्रयोगशाला में परीक्षण करवाया गया।
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