नवीन राज्य नवप्रर्वतन परिषद की शाषी परिषद का पुर्नगठन, मुख्य सचिव होंगे अध्यक्ष
जयपुर, 25 जून। राज्य सरकार ने
आदेश जारी कर नवीन राज्य नवप्रर्वतन परिषद की शाषी परिषद का पुर्नगठन किया है।
पुर्नगठित शाषी परिषद के अध्यक्ष मुख्य सचिव होंगे। ज्ञान-उत्तर एवं पूर्व राज्य
नवप्रर्वतन परिषद का संयोजन करके नवीन राज्य नवप्रर्वतन परिषद का गठन किया गया है।
शासन सचिव विज्ञान
एवं प्रोद्यौगिकी श्रीमति मुग्धा सिन्हा ने बताया कि पुर्नगठित शाषी परिषद में
वित्त विभाग,
कृषि
विभाग,
वन
एवं पर्यावरण विभाग के सचिव सदस्य तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव
सदस्य सचिव होंगी।
इसी प्रकार चिकित्सा
एवं स्वास्थ्य विभाग, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जल संसाधन विभाग, सूचना एवं
प्रोद्यौगिकी विभाग, विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विभाग भारत सरकार, जैव प्रोद्यौगिकी
विभाग (भारत सरकार) के सचिव तथा RSLDC के प्रबंध संचालक परिषद में सदस्य होंगे।
नवीन राज्य
नवप्रर्वतन परिषद के अन्य सदस्यों में राष्ट्रीय समन्वयक, राष्ट्रीय नवप्रर्वतन प्रतिष्ठान, तकनीकी एवं उच्च
शिक्षा विभाग के सचिव, AIIMS जोधपुर विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विभाग
के निदेशक आई. आई. टी. जोधपुर के निदेशक प्रो. शान्तनु चौधरी तथा आई. आई. एम
उदयपुर के निदेशक प्रो. जनत शाह जैविक विज्ञान, आई. आई. टी. दिल्ली
के प्रो.आदित्य मितल, स्टार्ट-अप ओएसिस,जयपुर के मुख्य
कार्यकारी अधिकारी श्री चिन्तन बक्शी एवं सिड्बी, जयपुर के जनरल मैनेजर
सदस्य होंगे।
आदेश के अनुसार आई.आई.टी.
जोधपुर,
आई.आई.एम.
उदयपुर,
जैविक
विज्ञान,
आई.आई.टी.
दिल्ली, स्टार्ट-अप ओएसिस
तथा सिड्बी,
जयपुर
के सदस्यों को तीन वर्ष के लिए सदस्य नियुक्त किया गया है।
राज्य सरकार इनकी जगह नये सदस्यों को नियुक्त करेगी। निवर्तमान सदस्यों में से किसी भी सदस्य को दुबारा परिषद का सदस्य नियुक्त किया जा सकेगा। राज्य नवप्रर्वतन परिषद का प्रशासनिक विभाग, विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विभाग होगा एवं शाषी परिषद की बैठक वर्ष में कम से कम एक बार अवश्य होगी।
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