सचिवालय सेवा के अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन, मुख्य सचिव ने कहा अधिकारी पेपरलैस कल्चर का हिस्सा बन कार्यस्थल को साफ रखें
जयपुर, 30 जून। मुख्य
सचिव श्री
डीबी गुप्ता
ने कहा
कि कोरोना
ने हमें
कई अच्छी
चीजें सिखाई
हैं, जिनका
हमें आगे
भी पालन
करते रहना
चाहिये। उन्होंने
कहा कि
कार्यस्थल पर
साफ-सफाई रखने
के लिए
जरूरी है
कि फाइलों
का काम
ऑनलाइन हो, ताकि धूल
मिट्टी और
गंदगी से
बचाव हो
सके। उन्होंने
कहा कि
सड़क पर
थूकने पर
भी स्थाई
रूप से
जुर्माने का
प्रावधान किया
जाना चाहिये।
मुख्य सचिव
प्रदेश में
चल रहे
कोविड-19 विशेष
जागरूकता अभियान
के तहत
सचिवालय सेवा
के अधिकारियों
के प्रशिक्षण
कार्यक्रम के
समापन समारोह
को संबोधित
कर रहे
थे।
श्री गुप्ता
ने बताया
कि देश
भर में
कोरोना संक्रमण
की रोकथाम
में राजस्थान
काफी अच्छी
स्थिति में
है। उन्होंने
बताया कि
कोरोना संक्रमण
की स्थिति
भांप कर
लॉकडाउन लगाने
वाला भी
राजस्थान देश
में पहला
राज्य था।
कार्यक्रम
में चिकित्सा
एवं स्वास्थ्य
विभाग के
अतिरिक्त मुख्य
सचिव श्री
रोहित कुमार
सिंह ने
कहा कि
सतर्कता ही
कोरोना से
बचाव का
सबसे अच्छा
तरीका है।
उन्होंने अधिकारियों
से कहा
कि सोशल
डिस्टेंसिंग, मास्क
पहनना तथा
सेनेटाइजेशन कोरोना
से बचाव
का फार्मूला
है। इन
तीनों बातों
का सभी
अधिकारियों और
कर्मचारियों को
ध्यान रखना
चाहिये।
इस
अवसर पर
कार्मिक विभाग
की प्रमुख
शासन सचिव
श्रीमती रोली
सिंह ने
बताया कि
एसएमएस के
साथ सामंजस्य
से सचिवालय
में स्थित
चिकित्सालयों में
जांच और
अन्य मेडिकल
फेसिलिटी के
दायरे को
और विस्तृत
किया जाएगा।
उन्होंने बताया
कि सचिवालय
स्थित कॉन्फे्रन्स
रूम में
23
जून से
शुरू होकर
30
जून तक
चले इस
प्रशिक्षण कार्यक्रम
में तकरीबन
500
सचिवालय सेवा
के अधिकारियों
को डॉक्टर्स
द्वारा प्रशिक्षण
दिया गया।
कार्यक्रम के
तहत एलोपैथी, होम्योपैथी व
आयुर्वेद के
चिकित्सकों ने
सचिवालय अधिकारियों
को कोरोना
संक्रमण से
बचाव का
प्रशिक्षण दिया।
कार्यक्रम में एलोपैथी चिकित्सक डॉ.रमेश सोलंकी, डॉ. शंकर लाल गुप्ता, डॉ. नलिनी पुरोहित, आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. विजय गौतम, होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. दिनेश चौधरी व यूनानी चिकित्सक डॉ. मनमोहन खींची तथा सचिवालय सेवा के अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में मुख्य सचिव ने सभी चिकित्सकों को प्रशस्ति पत्र पदान कर सम्मानित भी किया।
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