राज्य के 20वें जिले को मिली कोरोना जांच की अनुमत - चिकित्सा मंत्री
जयपुर, 27 जून। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ.
रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश के 19 जिलों के 26 केंद्रों पर कोरोना की जांच की जा रही
है। 20वें जिले के लिए भी
हाल में अनुमति मिल गई है। उन्होंने कहा कि शेष बचे जिलों में भी कोरोना जांच की
सुविधाएं जल्द विकसित कर ली जाएंगी।
डॉ.शर्मा ने आकाशवाणी
को दिए गए साक्षात्कार में बताया कि प्रदेश में कोरोना की संख्या भले ही बढ़ रही हो
लेकिन पॉजिटिव से नेगेटिव में बदलने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा
है। देश भर में राजस्थान रिकवरी के मामले में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश
ने 38 हजार से ज्यादा
जांचें प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर ली है। यह साक्षात्कार आकाशवाणी के सभी
केंद्रों पर शनिवार को प्रसारित किया गया।
प्रदेश में 79 प्रतिशत से ज्यादा मरीज हो रहे हैं रिकवर
चिकित्सा मंत्री ने
बताया कि अनलॉक-1 के बाद प्रदेश में
पॉजिटिव्स मरीजों की तादात में बढ़ोतरी हुई है लेकिन सबसे बड़ी सुकून की बात यह है
कि प्रदेश में 79 फीसद से ज्यादा मरीज
पॉजिटिव से नेगेटिव में भी बदल रहे हैं, जो कि देश में
सर्वाधिक है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना से होने वाली मृत्युदर भी 2.3 प्रतिशत है, जोकि राष्ट्रीय औसत से बहुत कम है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में 3072
कोरोना
पॉजिटिव केसेज हैं, इसमें से 2031 अस्पतालों में भर्ती हैं, शेष होम आइसोलेशन में हैं।
कोरोना से बचाव के
हैं बेहतर इंतजामात
डॉ. शर्मा ने कहा कि
राज्य में कोविड से निपटने के लिए बेहतर इंतजामात किए गए हैं। प्रदेश में 405 कोविड केयर सेंटर में 42 हजार से ज्यादा बैड्स हैं। उन्होंने
बताया कि 8 हजार से ज्यादा
ऑक्सीजन सपोर्ट बैड, 1672 आईसीयू बैड, 881 वेंटीलेटर्स हैं। पर्याप्त मात्रा में
पीपीई किट, एन-95 मास्क, थ्री
लेयर मास्क हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा 1200 वेंटिलेटर्स उपलब्ध करवाए जाएंगे, जिनमें से 300 वेंटिलेटर्स पोर्टेबल टाइप के हैं, जो कि खासे मददगार साबित होंगे।
प्रतिदिन 38250 जांचें करने की क्षमता विकसित
स्वास्थ्य मंत्री ने
बताया कि राज्य में अब तक 7.50 लाख से ज्यादा टेस्ट
करवाए जा चुके हैं। प्रदेश में 38250 टेस्ट प्रतिदिन करने
की क्षमता विकसित कर ली है और प्रतिदिन 15-16
हजार
जांचें प्रतिदिन की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि अमरीका से आने वाली अत्याधुनिक
कोबास-8800 मशीन के बाद करीब 9 हजार जांचें प्रतिदिन और की जा सकेंगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में जांच सुविधा देश भर में सबसे बेहतर है। राजस्थान ने
पड़ौसी राज्यों को भी 5000 टेस्ट प्रतिदिन करने
की सुविधाएं उपलब्ध करवाई है।
राज्य में 28 दिनों में हो रहे हैं दोगुने मरीज
डॉ. शर्मा ने बताया
कि देश भर में कोरोना पीड़ित के दोगुने होने की राष्ट्रीय औसत 19 दिन है, जबकि
राजस्थान में यह औसत 28 दिन है। उन्होंने कहा
कि प्रदेश के जयपुर, धौलपुर, भरतपुर, जोधपुर, पाली सहित कुछ जिले हैं, जहां 100 से
ज्यादा एक्टिव मरीज हैं। भरतपुर और धौलपुर जिलों में तो बाहरी राज्यों के सुपर
स्प्रेडर्स के जरिए संक्रमण का फैलाव हुआ लेकिन हालात पूरी तरह काबू में है।
राष्ट्रीय कार्यक्रम
हैं निरंतर जारी
स्वास्थ्य मंत्री ने
कहा कि कोविड के अलावा स्वास्थ्य सेवाओं को भी सुचारू रखा गया है। टीकाकरण, परिवार कल्याण, कैंसर, टीबी
उल्मूलन सरीखे राष्ट्रीय कार्यक्रम निरंतर चालू हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना से
अन्य बीमारियों के उपचार के लिए प्रदेश भर में 525 मोबाइल
मेडिकल वैन चलाई जा रही हैं, जिनसे प्रतिदिन 25000 से ज्यादा लोग उपचार का लाभ ले रहे हैं।
अब तक इन मोबाइल वैनों के जरिए 11.5 लाख लोगों को
चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध करा चुके हैं। प्रदेश में टेलीमेडिसन के जरिए घर बैठे
लोग विशेषज्ञों की राय लेकर स्वस्थ हो रहे हैं।
सावधानी से ही बचाव
है संभव
स्वास्थ्य मंत्री ने
कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है छोटी सी लापरवाही या असवाधानी स्वयं और राज्य के
लिए खतरा पैदा कर सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना की अभी कोई दवा या वैक्सीन नहीं
बनाई जा सकी है। उन्होंने आकाशवाणी के जरिए कोरोना के प्रोटोकॉल यानी कि बार-बार
हाथ धोने, मास्क लगाने, दो गज की दूरी बनाकर रखने, सार्वजनिक जगह पर ना थूकने, समूह या भीड़ में ना जाने और सोशल
डिस्टेंसिंग रखने की अपील की। उन्होंन कहा कि इन सावधानियों से हम कोरोना को हरा
सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस अनुशासन का परिचय राज्य की जनता ने पिछले 3 महीनों में दिया है, यही क्रम जब तक अपनाया जाए जब तक इसकी कोई वैक्सीन या दवा बाजार में ना आ जाए।
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