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कोविड़-19 : राज्य के धार्मिक स्थलों को खोलने के संबंध में सुझाव प्राप्त करने हेतु प्रत्येक जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति बनाई

जयपुर, 9 जून। राज्य में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कोविड़-19 की स्थिति को मध्यनजर रखते हुए हाल ही में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत  की अध्यक्षता में राज्य के विभिन्न धार्मिक नेताओं, गुरूओं आदि से हुई वीडियों कांफ्रेंस में प्राप्त सुझावों को ध्यान में रखते हुए राज्य में धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए सुझाव प्राप्त करने हेतु प्रत्येक जिले में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति का गठन किया है।

इस सम्बन्ध में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) श्री राजीव स्वरूप की ओर से जारी आदेशानुसार इन जिला समितियों में संबंधित जिले के समस्त विधायकगण, जिला पुलिस अधीक्षक, जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट तथा जिला कलेक्टर द्वारा मनोनीत प्रत्येक धर्म के गुरू, प्रमुख धार्मिक स्थलों के ट्रस्ट के अध्यक्ष अथवा मुख्य प्राधिकारी शमिल होंगे।

यह समिति प्रत्येक धर्म के धार्मिक स्थलों में उस धर्म के रीति-रिवाज एवं कोविड़-19 से बचाव के लिए अनिवार्य सुरक्षात्मक उपायों को ध्यान में रखते हुए जनता के लिए क्या -क्या और किस प्रकार से गातिविधियां, पूजा-अर्चना, इबादत एवं जियारत आदि अनुमत की जाये, उस पर भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MOHFW) के द्वारा 4 जून, 2020 को कोविड़-19 के प्रसार को रोकने हेतु जारी मानक संचालन प्रक्रिया को भी ध्यान रखकर अपने सुझाव देगी।

इसी तरह यह समिति जिले में स्थित समस्त ऎसे धार्मिक स्थल, जहॉ भारी संख्या में स्थानीय/जिले के व अन्य जिलों/ राज्य से आगमन होता है, की सूची तैयार करेगी तथा समस्त सूचीबद्ध धार्मिक स्थलों में प्रबंधकीय व्यवस्था तैयार करना एवं उस व्यवस्था के लिए उत्तरदायित्व निर्धारित करना, जिसमें धार्मिक स्थल के भीतर संबंधित ट्रस्ट आदि एवं उसके बाहर जिला प्रशासन/ पुलिस आदि की भूमिका सम्मिलित हो, उसका सुझाव भी देगी। इस प्रबंधकीय व्यवस्था में उस धार्मिक स्थल के परिसर में एवं उसके बाहर वह समस्त गतिविधियां भी सम्मिलित हो, जो उस धार्मिक स्थल से संबंधित है, जैसे कि विभिन्न प्रकार की दुकानें, तीर्थयात्री/जायरीन आदि के विश्राम स्थल आदि सहित शेष धार्मिक स्थलों को किस प्रकार खोला जाये एवं क्या व्यवस्था की जाये, के संबंध में कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करेगी।

समस्त जिलों की प्रत्येक समिति द्वारा विस्तृत विचार-विमर्श कर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को 25 जून, 2020 तक प्रस्तुत करनी होगी। समस्त जिलों से प्राप्त रिपोर्ट एवं उसके अध्ययन पश्चात् ही राज्य सरकार के द्वारा निर्णय लिया जायेगा कि लॉकड़ाउन अवधि में राज्य में स्थित धार्मिक स्थलों को कब से एवं किस प्रकार से खोला जाये।

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