संभागीय आयुक्त एवं जिला कलक्टर ने कानोता शिविर का निरीक्षण कर पूछे श्रमिकों के हाल-चाल, व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश
- बच्चों
के लिए दूध-बिस्किट,
ठंडे पानी के लिए सौ घड़े
रखवाने, अतिरिक्त टेंट, गद्दों के इंतजाम के निर्देश
- रविवार
को शिविर से 18
बसों में 710 श्रमिक उत्तर प्रदेश रवाना, 52 मध्यप्रदेश बॉर्डर तक रवाना किए गए
- राजस्थान
से 2800 श्रमिकों को 66 बसों में भरतपुर बॉर्डर के जरिए उत्तर प्रदेश
भेजा
जयपुर,
17 मई। संभागीय आयुक्त श्री.के.सी
वर्मा एवं जिला कलक्टर डॉ.जोगाराम ने रविवार को कानोता में बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय
में बनाए गए श्रमिक कैम्प का निरीक्षण कर वहां रह रहे श्रमिकों के हाल एवं समस्याएं
पूछी एवं अधिकारियों को व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त ने वहां रूके हुए श्रमिकों से बात की एवं उनके हाल
चाल पूछे, श्रमिकों द्वारा जल्द घर भेजे जाने की मांग
पर उन्होंने बताया कि राज्य सरकार उनके लिए साधन की व्यवस्था कर रही है। रविवार को
भी 18 बसों में इसी कैम्प से 710 श्रमिकों को उत्तर प्रदेश के लिए रवाना किया
गया। इसके बाद मध्यप्रदेश के 52
मजदूरों को राज्य बॉर्डर
के लिए बसों में रवाना किया गया। उन्होंने कैम्प में बिहार के शेष रहे 350 से अधिक श्रमिकों को बताया कि जयपुर से रोजाना
विभिन्न राज्यों के बीच आम सहमति से ट्रेनों का आवागमन हो रहा है। उन्होंने बताया कि
यह बहुत ही सुखद बात है कि जयपुर से कानोता के रास्ते में एक भी श्रमिक सड़कों पर पैदल
चलते नहीं दिखा। बिहार सरकार द्वारा ट्रेन के लिए मंजूरी मिलते ही अन्य श्रमिकों की
तरह उनको भी उनके गंतव्य रवाना कर दिया जाएगा। श्रमिकों ने बताया कि यहां बच्चों को
दूध, प्रशासन की ओर से खाना एवं अन्य व्यवस्थाएं
तो मिल रही है लेकिन वे अब किसी भी तरह अपने घर पहुंचना चाह रहे हैं।
श्री वर्मा एवं जिला कलक्टर डॉ.जोगाराम ने जिला प्रशासन के अधिकारियों
को शिविर की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए निर्देशित किया। श्री वर्मा ने तेज गर्मी
को देखते हुए यहां पर पानी का टेंकर रखवाने एवं मिट्टी के सौ घड़ों की व्यवस्था के लिए
कहा। साथ ही शिविर में मिल रहे खाने की गुणवत्ता सुधारने, खाने के लिए डिस्पोजबिल पत्तलो की व्यवस्था
करने, बच्चों के लिए दूध एवं बिस्किट्स के पैकेट
का इंतजाम करने के भी निर्देश दिए गए।
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