बाहर से आने वाले लोगों की बॉर्डर पर ही स्क्रीनिंग कर जांच के लिए सैम्पल लिए जाएं - प्रभारी मंत्री, अलवर
जयपुर,
9 मई। अलवर जिले की
प्रभारी मंत्री एवं महिला एवं बाल विकास विभाग (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री
श्रीमती ममता भूपेश ने कहा कि अलवर जिले की सीमाएं कई राज्यों से जुड़ी हुई हैं, इसलिए जिला प्रशासन को कोविड संक्रमण को
लेकर बड़ी सतर्कता से कार्य करना होगा।
प्रभारी मंत्री आज शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान
जिला प्रशासन की ओर से कोविड-19
को लेकर अब तक की गई
तैयारियों का फीडबैक लेकर संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा
कि जिले की सभी अन्तरराज्यीय सीमाएं सील की हुई हैं तथा बॉर्डर पर पुलिस फोर्स
तैनात की हुई है जिससे संदिग्ध लोगों का आवागमन नहीं हो सके। उन्होंने निर्देशित किया
कि जो लोग बाहर से आ रहे हैं उनकी बॉर्डर पर ही स्क्रीनिंग कर जांच के लिए सैम्पल
लिए जाएं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से रिलीफ फण्ड की जो राशि
दी गई है उसे वास्तविक व जरूरतमंद लोगों को ही मदद दी जाएं। उन्होंने कहा कि जिन
परिवारों को राज्य सरकार की ओर से किसी अन्य योजना में लाभ नहीं मिला है उन्हें
रिलीफ फण्ड के माध्यम से उनकी मदद की जाए तथा जिला प्रशासन की ओर से जिन निराश्रित
परिवारों व अन्य पात्र परिवारों को जो नगद सहायता दी गई है ऎसे लोगों की सूची अटल
सेवा केन्द्र व गांवों की चौपालों पर चस्पा की जाए जिससे आम नागरिकों को लाभान्वित
परिवारों के बारे में जानकारी मिल सके।
प्रभारी मंत्री को वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया गया कि
ऎसे 8 हजार 535 परिवारों
का जिन्हें राज्य सरकार की किसी अन्य योजना से लाभ नहीं मिला था उनको 2500 रूपये के हिसाब से उन्हें नगद भुगतान
किया गया है। प्रभारी मंत्री ने बारी-बारी से सभी जिला स्तरीय अधिकारियों से कोविड
संक्रमण की रोकथाम एवं मेडिकल व्यवस्थाओं को लेकर फीडबैक लिया।
जिला कलक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह ने प्रभारी मंत्री को बताया
कि आईसीएमआर की गाइड लाइन के अनुसार जिले में कोविड-19 को लेकर मेडिकल टीम द्वारा कार्य किया
जा रहा है तथा पुलिस अधीक्षक अलवर व भिवाड़ी द्वारा कानून व्यवस्था को पूरी सजगता
बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि जलदाय विभाग की ओर से पानी के समस्याग्रस्त
गांवों व शहर के वार्डों में पानी के टैन्करों से सप्लाई करवाई जा रही है।
प्रभारी मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा निर्देशित किया
कि जिले में मनरेगा के कार्य प्रारम्भ किए जाएं। उन्होंने पुलिस अधीक्षक अलवर व
भिवाड़ी को निर्देशित किया कि घरेलू हिंसा के मामलों को ही गम्भीरता से लिया जाए
तथा जो महिलाएं पुलिस प्रशासन के पास मदद के लिए आती हैं उनकी मदद की जाएं।
प्रभारी सचिव श्री भास्कर ए सावंत ने कहा कि जिला प्रशासन को
मनरेगा के ऊपर अधिक ध्यान देने की जरूरत है तथा कार्य योजना इस तरह से बनाई जाए कि
सभी श्रमिकों को कार्य उपलब्ध हो। जिला कलक्टर ने बताया कि जमाखोरी व कालाबाजारी
करने वाले लोगों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में अलवर श्री परिस देशमुख व भिवाडी श्री
अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि कानून व्यवस्था की कडाई से पालना करवाई जा रही हैं।
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