टिड्डी नियंत्रण के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जाए, टिड्डी नियंत्रण में संसाधनों की नहीं होगी कमी - उच्च शिक्षा राज्य मंत्री
जयपुर, 27 मई। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री भंवर सिंह
भाटी ने कहा कि जिले के टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों में टिड्डी नियंत्रण के लिए प्रभावी
कदम उठाएं जाएं ताकि किसानों को नुकसान ना हो। इसके नियंत्रण के लिए संसाधनों की कमी
नहीं रहेगी। कृषि अधिकारी अपने सूचना तंत्र को सक्रिय करते हुए किसानों के सम्पर्क
में रहे।
श्री भाटी बुधवार को बीकानेर जिले में अपने
निवास पर कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर, टिड्डी
प्रभावित क्षेत्र और उनमें टिड्डी नियंत्रण के लिए की गई कार्यवाही की समीक्षा कर रहे
थे। उन्होंने कहा कि इस बार टिडडी का आक्रमण बदले रूप में सामने आया है। उन्होंने कहा
कि टिड्डियां सीमावर्ती क्षेत्र से जिले में पहुंचा है। हमें इन्हें नियंत्रित करने
के लिए नए तौर-तरीकों से काम करना होगा। सभी व्यवस्थाएं चौक चौबंद होनी चाहिए। उन्होंने
ने कहा कि गत वर्ष टिड्डी के आक्रमंण के दौरान कृषि विभाग और किसानों ने इसके नियंत्रण
के लिए अच्छा काम किया था। इस बार भी कृषि विभाग और किसानों को पूरी जागरूकता के साथ
कार्य करना होगा।
श्री भाटी ने जून-जुलाई में टिड्डी आक्रमण
की संभावना को देखते हुए स्थानीय कृषि विभाग को सावचेत करते हुए कहा कि इसके नियंत्रण
की कार्य योजना तैयार करें। किसानों को टिड्डी नियंत्रण के लिए जागरूक किया जाए तथा
इसके नियंत्रण हेतु उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाए। कृषि पर्यवेक्षक, पटवारी और कृषि अधिकारी अपने सूचना तंत्र
को सक्रिय रखे। 15 दिन का अभियान चलाकर, किसानों तक टिड्डी नियंत्रण का संदेश पहुंचाए।
इसके लिए उन्होंने प्रचार साहित्य के वितरण पर जोर दिया।
श्री भाटी ने बज्जू व कोलायत क्षेत्र के
किसानों को फसल बीमा के भुगतान की जानकारी ली और निर्देश दिए कि वंचित किसानों को बीमा
का भुगतान शीघ्र करवाया जाए।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने वर्ष 2018-19 में जिले में सिचिंत क्षेत्र और गैर सिचिंत
क्षेत्र में बनी डिग्गियों के अनुदान के भुगतान की जानकारी ली और निर्देश दिए कि किसानों
को भुगतान हेतु बजट आवंटित करवाया जाए। इस संबंध में उन्होंने आयुक्त कृषि से दूरभाष
पर चर्चा की और 40 करोड़ रूपये का बजट आवंटन करने की आवश्यकता
जताई।
उच्च शिक्षा मंत्री ने खरीफ 2020 में लघु एवं सीमान्त किसानों को उच्च गुणवता
के बाजरा, मूंग-मोठ के बीज के किट उपलब्ध कराने के
भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस बीज से अच्छा उत्पादन लेने के लिए कृषकों को तकनीकी
प्रशिक्षण भी दिया जाए।
बैठक में संयुक्त निदेशक (कृषि विस्तार)
डॉ. उदय भान और उपनिदेशक (कृषि विस्तार) डॉ.जगदीश पूनिया ने बताया कि जिले में 13 मई से 26 मई
तक तहसील छत्तरगढ़, लूणकरनसर, बज्जू, कोलायत व नोखा क्षेत्र में टिड्डी को देखा
गया था। इस पर विभाग ने प्रभावी कार्यवाही करते हुए उसे नियंत्रण किया है। उन्होंने
बताया कि टिड्डी की विस्तृत आंकलन पटवारी, कृषि
पर्यवेक्षक के द्वारा करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टिड्डियों के नियंत्रण एवं सर्वेक्षण के लिए ट्रैक्टर
माउंटेड स्प्रेयर एवं ट्रैक्टर मय पानी के टेंकर की स्वीकृति कृषि विभाग ने जारी की
है। वाहन किराए पर लेकर टिड़ियों के नियंत्रण एवं सर्वेक्षण के लिए बजट प्राप्त हुआ
है।
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